डबल के बीच ही कोहराम मचाने आ गया कोरोना के ट्रिपल म्यूटेंट, बंगाल सहित इन राज्यों में मिले केस
कोलकाता टाइम्स :
बस इसी की कमी थी। हर दिन Covid-19 संकट गहराता जा रहा है और देश का हेल्थ सिस्टम जर्जर होता जा रहा है. इसी बीच एक रिपोर्ट के मुताबिक बंगाल सहित भारत के कुछ हिस्सों में ‘ट्रिपल म्यूटेशन स्ट्रेन’ पाया गया है।
म्यूटेशन तब होता है जब वायरस स्वरूप बदलता रहता है और जितना वो म्यूटेट होता है उतना ही फैलता है। भारत में डबल म्यूटेशन वाले वायरस के मामलों में ऐसा हो चुका है। कोरोना वायरस के डबल म्यूटेशन का पता पहली बार पिछले साल 5 अक्टूबर को वायरस के जीनोम सीक्वेंस से लगा था। जानकारों के मुताबिक इसी वजह से कोरोना की दूसरी लहर तेज हुई है।
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चूंकि दोनों म्यूटेशन- E484Q और L425R, वायरस के महत्वपूर्ण स्पाइक प्रोटीन में स्थित थे- जो इसे शरीर में रिसेप्टर कोशिकाओं से जोड़ता है। म्यूटेशन का तत्काल प्रभाव से अध्ययन किया जाना चाहिए। हालांकि, फंड की कमी और कोरोना के गिरते मामलों के कारण नवंबर और जनवरी के बीच हो रही जीनोम सीक्वेंसिंग बंद हो गई।