हज जाते है भीख मांगने के लिए: दिव्यांग की याचिका पर मोदी सरकार का बयान
न्यूज डेस्क
यात्रा उन्हीं के लिए है, जो शारीरिक और आर्थिक रूप से सक्षम हैं। ज्यादातर दिब्यांग हज जाकर भीख मांगते हैं। हज पर रोक की खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में एक दिव्यांग की याचिका पर मोदी सरकार ने सफाई दी। हाईकोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए सरकार ने कहा कि यह यात्रा उन्हीं के लिए है, जो शारीरिक और आर्थिक रूप से सक्षम हैं। केंद्र ने कहा कि ऐसे भी मामले समाने आए हैं कि कई दिव्यांग लोग वहां जाकर भीख मांगने लगते हैं।
अल्पसंख्यक मंत्रालय ने अपने जवाब जेद्दा स्थित भारत के वाणिज्य दूतावास की 2012 की सलाह का जिक्र किया, जिसमें कहा गया है कि दिव्यांगों की जांच सख्ती से होनी चाहिए क्योंकि ऐसे लोग वहां जांकर भीख मांगते पाए गए हैं, जो सऊदी अरब में प्रतिबंधित है। हालांकि सऊदी अरब ने दिव्यांगों की यात्रा पर कोई बैन नहीं लगाया है। वहां तो बुर्जुगों और दिव्यांगों के लिए सुविधाओं को पहले से काफी बढ़ाया गया है।
मंत्रालय ने अपने हलफनामे में कहा कि कुरान के तहत सबके लिए हज पर जाना जरूरी भी नहीं है। पैदल ही एक से दूसरी जगह जाना होता है। मीना स्टेशन पर भीड़ भी बड़ी समस्या है। भगदड़ या अन्य अनहोनी में शारीरिक रूप से अक्षम लोग ही शिकार होते देखे गए हैं।