हैरतंगेज : 3 साल पहले ही कोविड-19 से निपटने का अभ्यास कर चूका है ब्रिटेन
कोलकाता टाइम्स :
कोरोना महामारी ने विश्व में पैर पसरा 2019 में। उससे पहले शायद ही दुनिया में किसी पता हो कि दुनिया में ऐसी भयानक वायरस जन्म लेने वाला है। लेकिन अब लगता है शायद इस बात की खबर तीन साल पहले ही ब्रिटैन को पता था। शायद इसीलिए ब्रिटिश सरकार ने तीन साल पहले एक अभ्यास किया था, जिसका मकसद मर्स की दस्तक से होने वाले दुष्प्रभावों को आंकना और उससे निपटने के उपाय तलाशना था। मर्स एक श्वास संक्रमण है, जो कोरोना वायरस के बेहद घातक स्वरूप मर्स-कोव की जद में आने से पनपता है। एक ब्रिटिश अखबार ने सूचना के अधिकार कानून के तहत मिली जानकारी के आधार पर शुक्रवार को यह खुलासा किया।
जानकारी के मुताबिक एक्सरसाइज एलिस को 2016 में बेहद गोपनीय तरीके से अंजाम दिया गया था। यह कोविड-19 की दस्तक से पांच साल पहले तक ब्रिटेन में महामारी प्रबंधन को लेकर किए गए दर्जनभर से अधिक अभ्यासों में से एक था। इसमें पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड के अलावा स्वास्थ्य एवं सामाजिक कल्याण विभाग के अधिकारी शामिल हुए थे। पीएचई ने पहले राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए अभ्यास से जुड़ी जानकारी देने से मना कर दिया था। अब जनता के बीच सभी अभ्यास की जानकारी सार्वजनिक करने की मांग जोर पकड़ रही है।
ब्रिटेन के एक शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ ने बताया कि एक्सरसाइज एलिस कोविड-19 महामारी के मद्देनजर पूरी तरह से प्रासंगिक।
अक्तूबर 2020 में ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने ऐसे ही एक अभियान एक्सरसाइज सिग्नस पर रिपोर्ट प्रकाशित की थी। उन्होंने ब्रिटिश संसद को बताया था कि एक्सरसाइज सिग्नस फ्लू महामारी को ध्यान में रखकर तैयार की गई थी।