दुनिया को कोरोना बाँटने का इनाम? इस साइंटिस्ट को चीन दे रहा अवार्ड
कोलकाता टाइम्स :
दुनिया को कोरोना का दंश देने के आरोपी चीन ने वुहान लैब को प्रतिष्ठित टॉप साइंस अवार्ड के लिए नामित किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बैट वूमैन के नाम से मशहूर वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के चीफ शी झेंगली को अकादमी की तरफ से विशेष दर्जा देते हुए सम्मानित किया है।
चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंस से मिली जानकारी के मुताबिक विवादों में रही इस वुहान लैब को कोरोना महामारी के निदान पाने की दिशा में हासिल की गई कामयाबियों और वायरस की व्यवस्थित और सिलसिलेवार पहचान सुनिश्चित करने के लिए किए गए अनुसंधान की वजह से ये नॉमिनेशन मिला है। जबकि दुनिया के कई देशों का मानना है कि कोरोना का खतरनाक वायरस इसी लैब से लीक हुआ था। ये लैब लंबे समय से अपने गोपनीय मिशन के चलते विवादों में रही है।
इस लैब की परियोजना के परिणामों से उत्साहित होकर बीजिंग की शी जिनपिंग सरकार के अधिकारियों का कहना है कि वुहान लैब ने Covid 19 वायरस की उत्पत्ति, महामारी विज्ञान और रोगजनक तंत्र पर अनुवर्ती अनुसंधान के लिए एक महत्वपूर्ण नींव और प्रौद्योगिकी मंच तैयार किया है।
अकादमी के अनुसार, वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के रिसर्च ने कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम और कोरोना की काट यानी कोरोना की वैक्सीन बनाने की दिशा में अभूतपूर्व योगदान दिया है। आपको बता दें कि इस लैब की निदेशक Dr Zhengli पर ‘गेन-ऑफ-फंक्शन’ (GOF) जैसे प्रयोग करने का आरोप भी लग चुका है। इस प्रकिया में वैज्ञानिक वायरस के प्रभावों का बेहतर विश्लेषण करने के लिए उसकी की ताकत को बढ़ाते हैं।
आपको बता दें कि महामारी की शुरुआत के दौर से ही चीन की भूमिका विवादास्पद रही है। वुहान एनिमल मार्केट हो या फिर ड्रैगन के खतरनाक इरादों को अंजाम देने वाली वुहान की खतरनाक लैब यहां हमेशा सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहते हैं। चीन लगातार कोरोना फैलाने को लेकर अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों के आरोपों का खंडन करता रहा है।