दक्षिण अफ्रीका में हिंसा की बलि 72, बंद हुए वैक्सीनेशन सेंटर्स
दक्षिण अफ्रीका में पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के जेल जाने के बाद शुरू हुई हिंसा में अब तक 72 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, कई लोगों की मौत दुकानों को लूटने के दौरान मची भगदड़ में कुचले जाने से हो गई. पुलिस और सेना ने हालात को काबू में करने के लिए स्टन ग्रेनेड और रबर बुलेट्स दागीं. अभी तक 1200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. ये हिंसा देश के दो प्रांतों के गरीब इलाकों में हुई है, जहां पर एक सामुदायिक रेडियो स्टेशन में तोड़फोड़ की गई और उसे बंद कर दिया गया.
देश में हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि कई वैक्सीनेशन सेंटर्स को बंद करना पड़ा. इस वजह से कई लोगों को वैक्सीन नहीं लग पाई है. पुलिस मेजर जनरल मथापेलो पीटर्स ने मंगलवार रात एक बयान में कहा कि गौतेंग और क्वाजुलु-नताल प्रांतों में कई मौतें अराजक भगदड़ की वजह से हुईं, क्योंकि हजारों लोगों ने दुकानों से भोजन, बिजली के उपकरण, शराब और कपड़े चुराने लगे. उन्होंने कहा कि क्वाजुलु-नताल प्रांत में 27 और गौतेंग प्रांत में 45 मौतों की जांच की जा रही है. वहीं, लोगों के भगदड़ में मारे जाने को लेकर उन्होंने कहा, पुलिस विस्फोट से हुई मौत की भी जांच कर रही है. कुछ लोगों की मौत गोलीबारी की वजह से भी हुई है.