अस्थमा में रामवाण है शलजम
1.शलजम, गाजर, सेम तथा बंदगोभी का रस आवश्यकतानुसार सुबह-शाम पीने से दमा शान्त हो जाता है .
2. मसूढो में सूजन आने की स्थिति में शलगम नियमित रूप से जाड़े के दिनों में खायें .
3. पानी में शलगम के टुकड़े उबालकर, उस पानी से बिवाइयों को धोये तथा उन टुकड़ों को रगड़कर रात को सोते समय सुखा कपड़ा लपेट लें .लगभग एक सप्ताह में बिवाई ठीक हो जाती है .
4. गला बैठने पर शलगम की सब्जी का सेवन लाभप्रद है .
5. ऊँगली के सूजन होने पर लगभग 50-60 ग्राम शलगम, 1 लीटर पानी में उबालें एंव फिर हाथ या पैर गुनगुने पानी में कुछ समय तक डुबोकर रखें .
6. सुखी खासी होने पर शलगम उबाले गये पानी को छानकर, चीनी मिलाकर पीना लाभकारी है.