मासूमियत के आगे ऐसे पछताए चोर
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कोलकाता टाइम्स :
कहते हैं बक्सों की मासूमियत पर बड़े बड़े मुजरिम का दिल भी पसीज जाता है। बर्लिन के एक घर में यह बात बिलकुल सच साबित हुई। उस घर उसके मालिक के जाने के बाद जब चोर ने दरवाजे की घंटी बजाई? तो नौकरानी ने गेट खोला। उस वक्त बगल के कमरे में मकान मालिक के दोनों छोटे बच्चे मौजूद थे। चोर ने नौकरानी की कनपटी पर पिस्तौल रखते हुए कहा कि चुपचाप रहो, और मुझे घर का सामान चोरी करने दो। इस बीच, वहां आठ और छह साल के दोनों बच्चे आ गए। वे भागकर अपने बेडरूम में गए और वहां से अपनी गुल्लक और कुछ पॉकेट मनी लेकर आए। उन्होंने चोर को ये पैसे देते हुए कहा कि वह चाहे तो इन पैसों को भी ले सकतें हैं। चोर का हृदय द्रवित हो उठा। अपनी हालत पर पछताते हुए वह तुरंत वहां से चलता बना।