ये जूता पहनो कोरोना से बचो, जानें कैसे
कोलकाता टाइम्स :
जब से कोरोना का कहर बरपा है तब से लॉकडाउन उसके बाद कई तरह की पाबन्दी की वजह से जूते पहनने का मौका नहीं मिल रहा है. जब ज्यादातर घर से ही नहीं निकलना तो जूते क्या पहनने की जरुरत है. लेकिन अब धीरे-धीरे कई देशों में लॉकडाउन खोला जा रहा है. पब्लिक सड़कों पर दिखने लगी है. जब रोमानिया में तकरीबन दो महीनों के लॉकडाउन के बाद ढील दी गई तो कई लोग सोशल डिस्टेंसिंग को गंभीरता से नहीं ले रहे थे. ऐसे में एक शू मेकर ने ऐसे जूते बना डाले जिन्हें पहनने के बाद लोग दूर-दूर ही रहते हैं.
एक खबर के अनुसार, क्लूज के ट्रांसिल्वेनिया शहर के ग्रिगोर लुप ने इन जूतों को डिजाइन किया है, जो बीते 39 साल से लेदर से जूते बनाने का काम कर रहे हैं. इस बारें में ग्रिगोर बताते हैं कि एक दिन जब वो बाजार गए, तो उन्होंने देखा लोग सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो नहीं कर रहे थे. तभी उन्होंने इन लंबी चोंच वाले जूतों को बनाने का फैसला किया. ‘रॉयटर्स’ की एक खबर के मुताबिक, क्लूज के ट्रांसिल्वेनिया शहर के ग्रिगोर लुप ने इन जूतों को डिजाइन किया है, जो बीते 39 साल से लेदर से जूते बनाने का काम कर रहे हैं. ग्रिगोर बताते हैं कि एक दिन जब वो बाजार गए, तो उन्होंने देखा लोग सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो नहीं कर रहे थे. तभी उन्होंने इन लंबी चोंच वाले जूतों को बनाने का फैसला किया.
बता दें की इन जूतों को पहनने वाले जब आमने सामने खड़े होते हैं, तो उनके बीच करीब डेढ़ मीटर का फासला रहता है. उन्होंने बताया कि एक जोड़ी जूते बनाने में दो दिन और 115 डॉलर (भारतीय करेंसी में करीब साढ़े आठ हजार रुपये) लगते हैं. 55 वर्षीय लुप ने 16 साल की उम्र में जूते बनाने का काम शुरू किया था. ग्रिगोर लुप ने साल 2001 में अपनी नई दुकान खोली थी, जिसमें वो इन जूतों को बेच रहे हैं. उन्होंने बताया कि उन्हें 75 नंबर (यूरोपीय साइज) के ऐसे जूते बनाने के पांच आर्डर मिले हैं. आपको बता दें की रोमानिया में अब तक करीब 20 हजार कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं जबकि करीब 1250 लोगों की मौत हो चुकी है.