बेबाक ओवैसी: कहा अंधे-बहरे एनआईए के कारण सभी आरोपी हुए बरी
न्यूज डेस्क
मक्का मस्जिद ब्लास्ट केस में सभी आरोपियों के बरी होने पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) पर ढाबा बोलते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने इसे अँधा और बहरा ठहराया। एनआईए की विशेष अदालत से स्वामी असीमानंद समेत सभी 5 आरोपियों को रिहा किए जाने में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने एनआईए की जांच पर सवाल खड़े कर दिए।
ओवैसी ने कहा, मक्का मस्जिद ब्लास्ट केस में कोई पीड़ित परिवार अगर विशेष अदालत के फैसले के खिलाफ अपील करना चाहता है तो मैं उसे कानूनी सहायता दिलाऊंगा। गौरतलब है कि इससे पहले ओवैसी ने कहा था कि मक्का मस्जिद ब्लास्ट मामले को आतंकवाद निरोधक जांच एजेंसी एनआईए ने सही तरीके से अदालत में नहीं रखा। ओवैसी ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर आरोप लगाते हुए कहा था कि मक्का मस्जिद विस्फोट मामले में अधिकतर गवाह जून 2014 के बाद से मुकर गए और एनआईए ने मामले को ठीक तरीके से अदालत में नहीं रखा जैसा कि उससे उम्मीद की जा रही थी या उसे राजनैतिक आकाओं ने ऐसा नहीं करने दिया।
उल्लेखनीय है कि हैदराबाद में आतंकवाद रोधी विशेष अदालत ने मक्का मजिस्द में 2007 में हुए विस्फोट कांड में दक्षिणपंथी कार्यकर्ता स्वामी असीमानंद और चार अन्य को 16 अप्रैल को बरी कर दिया और कहा कि अभियोजन उनके खिलाफ मामला साबित करने में नाकाम रहा है। मक्का मस्जिद में 18 मई 2007 को जुमे की नमाज के दौरान एक बड़ा विस्फोट हुआ था जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई थी और 58 अन्य जख्मी हो गए थे।