हैरान कर देगी इस करोड़पति बेटे का निर्णय, सीए होते हुए भी बाकि जीवन भीख मांगना चाहता है
न्यूज डेस्क
क्या सचमुच पैसा हमारे लिए हर खुसी खरीद सकता है? शायद नहीं। और इसी यकीन ने एक मुंबई के करोड़पति के बेटे के इस निर्णय ने दुनिया को हैरान कर दिया। पेशे से चार्ट्ड अकाउंटेंड मोक्षेष सेठ ऐशो आराम की अपनी जिंदगी, अपना सर्वस्य त्याग भिक्षु बनने का निर्णय लिया है। जिस उम्र में मौज मस्ती, धूम मचने की बात करते है उसी उम्र में 24 वर्षीय मोक्षेष संसारिक सुखों को त्याग कर जैन भिक्षु के रूप में दीक्षा लेंगे। मोक्षेश का परिवार जेके कॉर्पोरेशन का मालिक है जिनकी डायमंड, मेटल और शुगर इंडस्ट्रीज हैं।
मोक्षेश का पतिवार अपने बेटे के इस फैसला का समर्थन करता है। वहीं मोक्षेश का कहना है कि जब वह वह 15 साल के थे तब उन्हे पहली बार जैन भिक्षु बनने का ख्याल आया। सीए बनने के बाद उन्होंने दो साल बिजनेस भी किया लेकिन वहां उन्हे शांति नहीं मिली जिसके बाद उन्होंने इस रास्ते पर जाने का फैसला लिया।