पत्नी की मौत के सिर्फ 3 महीने बाद ही शाली से शादी के लिए 4 बेटियों को उतारा मौत के घाट
राजस्थान के बाड़मेर में चार बेटियों को जहर देकर मारने और खुद आत्महत्या का प्रयास करने के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. आरोपी पिता ने दूसरी शादी की चाह में अपनी चार बेटियों को मौत के घाट उतार दिया था. बच्चों के मामा देवाराम ने पुलिस को बताया कि 3 महीने पहले उसकी बहन पप्पू की कोरोना से मौत हो गई थी. उसके बाद से जीजा पुरखाराम अपनी साली से शादी की जिद कर रहा था. मना करने पर चारों बच्चों को पानी में जहर देकर मार डाला और खुद भी आत्महत्या का प्रयास किया.
बाड़मेर जिले के शिव थाना क्षेत्र में पोशाल नवपुरा गांव में रहने वाले पुरखाराम (32) की शादी 10 साल पहले पप्पू से हुई थी. उसकी चार बेटियां जीया (7), वसुंधरा (5), हिना (3), लक्ष्मी उर्फ लाछी (18 महीने) थीं. इसी साल जून में पत्नी की कोरोना से मौत से बाद वह दूसरी शादी के लिए परेशान था. वह अपनी साली से शादी करने की जिद पर अड़ा था. ससुराल वाले उसे बार-बार समझा रहे थे कि साली की शादी कहीं और तय हो चुकी है, इसलिए उससे उसकी शादी नहीं हो सकती है. उसे लगने लगा था कि 4 बेटियों के बाप से कौन अपनी बेटी ब्याहेगा, इसलिए उसने अपनी बेटियों को खत्म करने का फैसला लिया.
पत्नी की मौत के बाद से पुरखाराम की 4 बेटियां ननिहाल में ही रहती थी. शिव थानाधिकारी ओम प्रकाश ने बताया कि पुरखाराम दो दिन पहले ससुराल गया. वहां उसने ससुराल वालों से एक बार फिर साली से शादी कराने की जिद की. ससुराल वालों ने उसे समझाया कि उसकी कहीं और शादी करवा देंगे. इसके बाद वह जिद करके शुक्रवार सुबह अपने साथ चारों बच्चों को ले आया.
एएसपी नरपतसिंह ने बताया- पुरखाराम ने दवाई के नाम बड़ी तीनों बच्चियों को पानी में कीटनाशक मिलाकर पिला दिया और तीनों को टांके में डाल दिया. इसके बाद डेढ़ साल की बच्ची को कीटनाशक पिलाया और खुद ने भी पी लिया और छोटी बच्ची के साथ खुद टांके में कूद गया. आसपास के लोगों ने उसे कूदते देख लिया. टांके में पानी कम होने के कारण उसे तो बचा लिया गया, लेकिन बच्चियों को नहीं बचाया जा सका.