सन्नाटा दिखा लोगों ने लिया सेना से ऐसा बदला
कोलकाता टाइम्स :
सैन्य शासन के खिलाफ म्यांमार के लोगों ने विरोध का अनोखा तरीका निकाला. शुक्रवार को लोगों ने खुद को घरों में कैद कर लिया और सेना को स्पष्ट संदेश दिया कि उसकी तानाशाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर आयोजित इस विरोध को ‘साइलेंट स्ट्राइक’ नाम दिया गया था. इस प्रदर्शन में समूचा देश एक साथ नजर आया. सुबह 10 बजे से शाम के चार बजे तक लोग घरों में ही रहे. दुकानें बंद रहीं और सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा.आवाम का यह प्रदर्शन मंगलवार को देश के सागाइंग क्षेत्र में सैनिकों (Myanmar Army) द्वारा की गई कथित हिंसक कार्रवाई के विरोध में था, जिसमें 11 नागरिकों की मौत हो गई थी. ग्रामीणों को इन नागरिकों के जले हुए शव मिले थे. इस घटना से जुड़े कई वीडियो वायरल हो रहे हैं. वहीं, सेना ने सफाई देते हुए कहा है कि उसने नागरिकों की हत्या नहीं की है. सेना ने इस घटना को फर्जी करार दिया और कहा कि इंटरनेट मीडिया पर दिखाई जाने वाली जानकारियां झूठी और सेना को बदनाम करने की साजिश है.म्यांमार की तानाशाह सेना पर अपने ही देश के नागरिकों के नरसंहार का आरोप लग रहा है. इस क्रम में सैनिकों ने अपने काफिले पर हुए हमले के प्रतिशोध में देश के उत्तर-पश्चिमी इलाके में सगाइंग क्षेत्र के डोने ताव गांव में छापेमारी की. कुछ ग्रामीणों को पकड़ कर सेना ने उनके हाथ-पांव बांध दिए और उन्हें जिंदा जला दिया. इस बर्बरता की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं हैं.