फोन पर इस जोकर को देखा तो उम्र भर पड़ेगा रोना, क्योंकि…
कोलकाता टाइम्स :
अगर आप एंड्राइड स्मार्टफोन यूजर हैं, तो आपको तुरंत जांचना होगा कि क्या आपका डिवाइस मैलवेयर अटैक से इंफेक्टेड है या नहीं. अगर है तो आपका बैंक अकाउंट खाली हो सकता है. जोकर मैलवेयर फिर गूगल प्ले स्टोर पर आ गया है. इसका पता पहली बार 2017 में चला था और एंड्रॉइड यूजर्स के फोन पर आक्रमण करने के लिए साइबर अपराधियों की सबसे लोकप्रिय पसंद बन गया. अब जोकर मैलवेयर एक ऐप पर पाया गया है जिसे पहले ही Google Play Store से 5,00,000 बार डाउनलोड किया जा चुका है. इतनी बड़ी संख्या में यूजर्स के लिए गंभीर खतरा पैदा करने वाले ऐप को कलर मैसेज के नाम से जाना जाता है.
यह नए इमोजी के साथ आपके एसएमएस टेक्स्टिंग को और मजेदार बनाने का दावा करता है. लेकिन मोबाइल सिक्योरिटी सॉल्यूशंस फर्म प्रेडियो के शोधकर्ताओं की टीम ने पाया कि ‘मजेदार और खूबसूरत’ मैसेजिंग अनुभव देने का वादा करने वाला ऐप वास्तव में जोकर मैलवेयर से संक्रमित है.
सुरक्षा फर्म जोकर मैलवेयर को फ्लीसवियर (Fleecewear) के रूप में क्लासिफाइड करती है और इसका प्राथमिक कार्य यूजर्स को अनवॉन्टेड पेमेंट वाली प्रीमियम सेवाओं की सब्सक्रिप्शन लेने के लिए धोखा देने के लिए क्लिकों को दोहराना और एसएमएस कैप्चर करना है. कलर मैसेज वही करता है. हैरानी की बात यह है कि मैलवेयर डिटेक्शन लगभग एक साल पुराना है लेकिन फिर भी यह 16 दिसंबर तक Google Play Store पर उपलब्ध था. हालांकि, Google Play Store ने ऐप को स्टोर से प्रतिबंधित कर दिया है. हालांकि, ऐप अभी भी उन यूजर्स के लिए सुरक्षा चिंता का विषय है, जिन्होंने इसे पहले डाउनलोड किया था.
अगर आप उन 50,000 लोगों में से हैं जिन्होंने जोकर संक्रमित कलर मैसेज ऐप डाउनलोड किया है, तो उसे तुरंत अपने डिवाइस से हटा दें