मोटापा है अम्लीय बहाव की वजह
कोलकाता टाइम्स :
पिछले दशक में अम्लीय प्रवाह से ग्रस्त लोगों की संख्या में 50 फीसदी की वृद्धि हुई है और इसकी वजह मोटापा हो सकती है।
दरअसल अम्लीय प्रवाह एक ऐसी जैविक परिघटना है जिसमें अम्ल आमाशय से ग्रास नली में पहुंचता है और हृदय में चुभन महसूस होती है। इस परिघटना का मोटापे, मद्यपान और ध्रूमपान से सीधा संबंध है।
नार्वे में 30 हजार लोगों पर कराए गए नए अध्ययन में पाया गया कि इस परेशानी से ग्रस्त लोग 1995-97 में जहां 11.6 फीसदी थे वहीं 2006-09 में बढ़कर 17.1 फीसदी हो गए। डेली मेल के अनुसार अनुसधांनकर्ताओं के अनुसार पुरूषों की तुलना में महिलाओं में यह परेशानी ज्यादा है।
अधेड़ उम्र के लोगों में यह बीमारी अधिक देखी जाती है। अनुसंधानकर्ताओं के मुताबिक चिंता इसलिए बढ़ रही है क्योंकि इस स्थिति में ग्रासनली का कैंसर होने का डर है।
यह अध्ययन चिकित्सा जर्नल गटमें प्रकाशित हुआ है।