क्यों कुंवारी कन्याओं को शिवलिंग छूना है मना ?
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कोलकाता टाइम्स :
शायद आराध्य देव भगवान शिव ही एक ऐसे प्रभु हैं जिनकी पूजा सबसे ज्यादा कुंवारी कन्याएं करती हैं। बावजूद इसके कुंवारी कन्याओं को बहुत जगह शिवलिंग को छूने और उसकी परिक्रमा से रोका जाता है। OMG आज भी जिंदा है भारत में 53,063 रावण जानिए क्यों महत्वपूर्ण है महामृत्युंजय मन्त्र? इसके पीछे कई कारण और किंवदंतियां हैं, जिनके मुताबिक ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव शिवलिंग के रूप में एक कठिन तपस्या में लीन हैं इसलिए अगर कुंवारी कन्याएं उनकी परिक्रमा करेंगी या उन्हें छूकर पूजा करेंगी।
तो भगवान शिव की तपस्या भंग हो जायेगी जो कि उनके क्रोध का कारण बनेगा और उनका क्रोध प्रलय का कारण बनेगा इस कारण शिवलिंग को छूने और परिक्रमा करने से कुंवारी कन्याओं को रोका जाता है, हालांकि उन्हें पूजा करने से रोका नहीं जाता है। वो अपनी भक्ति से जैसे चाहें वैसे पूजा कर सकती हैं।
तो भगवान शिव की तपस्या भंग हो जायेगी जो कि उनके क्रोध का कारण बनेगा और उनका क्रोध प्रलय का कारण बनेगा इस कारण शिवलिंग को छूने और परिक्रमा करने से कुंवारी कन्याओं को रोका जाता है, हालांकि उन्हें पूजा करने से रोका नहीं जाता है। वो अपनी भक्ति से जैसे चाहें वैसे पूजा कर सकती हैं।