ये नहीं होती तो कहाँ होते अर्जुन या शाहरुख
कोलकाता टाइम्स :
भाई-बहन का रिश्ता बड़ा दिलचस्प होता है। शरारत, नोकझोंक, प्यार, झगड़ा, रूठना, मनाना… इमोशंस इस रिश्ते को स्पेशल बनाती हैं। बॉलीवुड के स्टार्स अपने भाई-बहनों के काफ़ी करीब होते हैं। किसी में नोक-झोंक वाला रिश्ता है, तो कोई एक-दूसरे के बिना रह ही नहीं पाते। कुछ ऐसे ही स्टार्स पर एक नज़र-
हूं बड़ी, मगर वह समझता ही नहीं– अथिया शेट्टी
अथिया बताती हैं कि उनके भाई अहान उनसे छोटे हैं, लेकिन वह उन्हें बड़ा नहीं समझते। वह बताती हैं कि दोनों के बीच एकदम नोंक-झोंक वाला रिश्ता है। जब मैं अचानक से किसी गाने पर डांस करने लगती हूं तो वह मुझे टोकते हुए कहेगा कि क्यों पागलों की तरह नाच रही हो। सब देख रहे हैं। अथिया कहती हैं कि वह मुझसे क्या टिप्स लेगा। वह तो ख़ुद ही हमेशा मुझे प्रोटेक्ट करता रहता है। हम दोनों में दोस्ती वाला ही रिश्ता है।
मेरे लिए कर्णेश की बात मायने रखती है- अनुष्का शर्मा
अनुष्का बताती हैं कि उनकी ज़िंदगी में उनके भाई कर्णेश की बातें काफ़ी मायने रखती हैं। वह कोई भी स्क्रिप्ट साइन करने से पहले उनकी राय लेना पसंद करती हैं। अनुष्का कहती हैं, ”मैं बचपन में पॉकेट मनी बचाकर उसके लिए तोहफे़ ख़रीदती थी। मैंने राखी पर एक बार उसे बैट खरीदकर दिया था। चूंकि उसे क्रिकेट खेलना बेहद पसंद है। मुझे हमेशा से बड़ी साइज़ वाली राखी बांधना पसंद था, लेकिन कर्णेश को बड़ी नहीं छोटी साइज़ वाली राखी ही पसंद आती थी।
अंशुला जताती नहीं, लेकिन वह मां सा ख्याल रखती हैं- अर्जुन कपूर
अर्जुन बताते हैं कि उनकी मां मोना कपूर के जाने के बाद उनकी बहन अंशुला ने उनका ध्यान बिल्कुल मां की तरह रखा है। अर्जुन कहते हैं, ”अंशुला ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद भी अपनी नौकरी अमेरिका में क्यों नहीं की है, मुझे अच्छी तरह से मालूम है। चूंकि वह वहां रहकर मेरा ख्याल नहीं रख पाएगी। इसलिए वह वापस आ गयी और मेरे साथ ही रह रही है। मेरी हर छोटी-छोटी बात का वह ख्याल रखती है। वह अपना करियर मेरे लिए पूरा नहीं कर रही है, लेकिन कभी इस बात को वह जताना नहीं चाहती।”
पर एक-एक शब्द में करती है टाइपिंग- रणबीर कपूर
रणबीर कपूर अपनी बहन रिद्धिमा के बारे में बात करते हुए बताते हैं कि उनकी बहन को रणबीर कपूर की ये आदत पसंद नहीं है कि जब वह खाते हैं तो मुंह से आवाज आती है और रणबीर को उनकी बहन कई बार टोक देती हैं। वहीं रणबीर कपूर को रिद्धिमा की ये आदत बिल्कुल पसंद नहीं है कि वह चैट में एक एक शब्द टाइप करके भेजती हैं। पूरा वाक्य एक साथ नहीं लिखतीं और उनका मैसेज जब भी आता है, फोन बजता ही रहता है।रणबीर कहते हैं कि उनके बीच दोस्तों वाली बांडिंग है।
मेरे स्ट्रगल की दिनों में साथ रही शहनाज- शाह रुख़ ख़ान
शाह रुख़ ख़ान यह बात स्वीकार करते हैं कि उनकी तरक्की में उनके घर की महिलाओं का अहम योगदान रहा है। फिर चाहे वह उनकी अम्मी हों, उनकी मौसी हों, उनकी बीवी गौरी हों या फिर बहन शहनाज़। शाह रुख़ कहते हैं, ”शहनाज़ ने मेरा स्ट्रगल देखा है और साइलेंटली वह हमेशा मुझे सपोर्ट करती रही हैं। बचपन में वह एक साथ कई राखियां खरीद कर लाती थीं और जो मुझे पसंद आती थी, वह मैं उसे बांधने को कह देता था।