अब इनके कारण बिस्कुट भी खाना पड़ेगा सोच-सोच के, बढ़ने वाली हैं 10 फीसदी तक दाम

कोलकाता टाइम्स :
महंगाई उपभोक्ताओं को लगातार परेशान कर रही हैं. आने वाले उपभोक्ताओं को अब दैनिक इस्तेमाल के उत्पादों के लिए अपनी जेब और अधिक ढीली करनी पड़ सकती है. गेहूं, पाम तेल और पैकेजिंग सामान जैसे कमोडिटी के दामों में उछाल की वजह से एफएमसीजी कंपनियां अपने उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी की तैयारी कर रही हैं.
इसके अलावा, रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से भी एफएमसीजी कंपनियों को झटका लगा है. उनका मानना है कि इसके चलते गेहूं, खाद्य तेल और कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आएगा. ऐसे में लागत का कुछ बोझ उपभोक्ताओं पर डालना जरूरी हो गया है. डाबर और पारले जैसी कंपनियों की स्थिति पर नजर है और वे महंगाई के दबाव से निपटने के लिए सोच-विचार कर कदम उठाएंगी. कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि हिंदुस्तान यूनिलीवर और नेस्ले ने पिछले सप्ताह अपने खाद्य उत्पादों के दाम बढ़ा दिए हैं.
पारले प्रोडक्ट्स के वरिष्ठ श्रेणी प्रमुख मयंक शाह ने कहा कि हम उद्योग की ओर से कीमतों में 10 से 15 फीसदी की वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं.