पछताने से पहले जल्द करे खरीदारी की तैयारी, सोने की कीमत में आएगी बड़ी गिरावट
काउंसिल के मुताबिक, जनवरी से मार्च 2018 तक भारत में कम शादियां हुई हैं, जिसकी वजह से ज्वैलरी के लिए सोने की डिमांड कम आई है। अगर तुलनात्मक रूप से देखें तो भारत में इस साल सिर्फ 7 दिन शादियों के थे. वहीं, 2017 में पहली तिमाही के दौरान 22 दिन शादियों का सीजन था।
WGC की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत वैश्विक स्तर पर इस दौरान ज्वैलरी के लिए 487.7 टन सोने की खपत हुई, जबकि 2017 में इस दौरान सोने की खपत 491.6 टन रही थी। एक्सचेंज ट्रेडिड फंड्स (ETF) के जरिए सोने में निवेश में जनवरी से मार्च के दौरान 66 प्रतिशत की भारी गिरावट देखने को मिली है, जबकि सोने की छड़ों और सिक्कों की डिमांड में 15 फीसदी की कमी आई है। विशेषज्ञों के मुताबिक वैश्विक बाजार में सोने का भाव 1260-1380 डॉलर प्रति औंस के बीच रह सकता है, फिलहाल वैश्विक बाजार में सोने का भाव 1305 डॉलर के करीब है।