कहीं इस सरकारी बैंक में आपका खाता तो नहीं, क्योंकि इसके 600 ब्रांच बंद होने के कगार पर
गौरतलब है कि साल 2017 में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया समेत कई बैंकों को आरबीआई के प्रॉम्पट करेक्टिव एक्शन लिस्ट में डाला गया था. इस लिस्ट में खराब वित्तीय हालत से गुजरने वाले बैंकों को डाला जाता है.
इस लिस्ट में आने वाले बैंकों को कई बंदिशों के साथ वित्तीय हालत में सुधार लाने का मौका दिया गया. 2018 में भी आरबीआई के पीसीए फ्रेमवर्क में 12 बैंकों को रखा गया था. उस समय इनमें 11 सरकारी और एक प्राइवेट बैंक था. जिन्हें अतिरिक्त वर्किंग कैपिटल मुहैया कराई गई.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को छोड़कर बाकी सभी बैंक पीसीए (PCA) लिस्ट से बहार आ गए. लेकिन वित्तीय स्थिति में सुधार नहीं होने से सेंट्रल बैंक इस लिस्ट में ही रह गया.