सिस्टम में पुराने और मटमैले 100 के नोट, देश फिर होगी कैश की किल्लत !
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न्यूज डेस्क
भारत के बाज़ारों में 100 रूपए की नोटों की किल्लत भारी पड़ने वाली है। वजह है कई राज्यों में 100 रुपए के पुराने और मटमैले नोट। जिन्हे संभाल पाना बैंकों के लिए कठिन हो गया है।
बैंकर्स के मुताबिक, नोटबंदी के बाद कैश की किल्लत को दूर करने के लिए 100 रुपए के मटमैले नोट का इस्तेमाल ज्यादा हुआ। उसके बाद से सिस्टम में यह नोट उपलब्ध हैं। अब बैंकों के लिए इन नोटों को संभालना भारी हो रहा है क्योंकि, इन्हें बाजार में जारी करना और ए.टी.एम. में डालना दोनों की मुश्किल है। इसके अलावा, पिछले दो साल में 100 के नोट का डिस्पोजल करीब आधा हो गया है।
नोटबंदी के तुरंत बाद आर.बी.आई. ने 100 रुपए के नोटों की सप्लाई को बड़ी मात्रा में बढ़ाया था। 2016-17 में (नोटबंदी से पहले) 100 रुपए के 550 करोड़ पीस नोट चलन में थे और आर.बी.आई. ने इसे बढ़ाकर 573.8 करोड़ कर दिया। हालांकि, बैंकर्स कहते हैं कि यह पर्याप्त नहीं था क्योंकि 100 रुपए के नोटों का इस्तेमाल 2000 रुपए के नोटों के चेंज के रूप में हुआ।