कोलकाता टाइम्स :
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने यूरोप में मंकीपॉक्स को और फैलने से रोकने के लिए ‘तत्काल’ कार्रवाई करने का आह्वान किया है. संयुक्त राष्ट्र की वैश्विक स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा कि पिछले दो हफ्तों में महाद्वीप में मामले तीन गुना बढ़ गए हैं. हाल ही में वर्ल्ड हेल्थ नेटवर्क ने मंकीपॉक्स वायरस को महामारी घोषित किया था, हालांकि, WHO ने फिलहाल इसे महामारी मानने से इनकार किया है. 15 जून के बाद से यूरोप में संक्रमण के मामलों में 3 गुना इजाफा हुआ है. 6 मई को ब्रिटेन में इसका पहला केस मिलने के बाद पूरे यूरोप में अब तक लगभग 5,000 से ज्यादा केस दर्ज किए जा चुके हैं.
Monkeypoxmeter.com के अनुसार, अब तक 67 देशों में मंकीपॉक्स के मामले सामने आ चुके हैं. इसके 6,229 मरीजों की पहचान हुई है. वहीं, 6,178 कंफर्म केस दर्ज किए जा चुके हैं. वहीं, 52 मामलों को संदिग्ध श्रेणी में रखा गया है.
मंकीपॉक्स के यूरोप में 5,262, उत्तरी अमेरिका में 692, साउथ अमेरिका में 92, एशिया में 64, अफ्रीका में 35 और ओशिनिया में 12 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं, मंकीपॉक्स से ग्रस्त टॉप 10 देशों में ब्रिटेन, स्पेन, अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, पुर्तगाल, कनाडा, नीदरलैंड्स, इटली और बेल्जियम शामिल हैं.
लैंसेट जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी में वैज्ञानिकों ने लंदन में रहने वाले मंकीपॉक्स के 54 मरीजों की जांच की. ये सभी होमसैक्सुल थे. इनमें से केवल 2 मरीजों को अंदाजा नहीं था कि वे किसी संक्रमित के संपर्क में आए हैं.