January 19, 2025     Select Language
Editor Choice Hindi KT Popular स्वास्थ्य

नहीं देखा शरीर में होने वाले ऐसे दर्द को तो … 

[kodex_post_like_buttons]

कोलकाता टाइम्स : 

रीर में होने वाला दर्द बहुत सामान्‍य बात है जो लगभग हर किसी को होता है। इसके कई कारण हो सकते है जैसे – शारीरिक तनाव या ज्‍यादा श्रम, अस्‍वास्‍थ्‍यकर भोजन का सेवन या बेकार जीवनशैली, अनियमित रूप से व्‍यायाम का करना आदि। शरीर में दर्द दर्शाता है कि आपका शरीर सही ढंग से काम नहीं कर रहा है। शरीर में होने वाला दर्द आम बात है लेकिन इसे हल्‍के में नहीं लिया जाना चाहिए।

नियमित रूप से लगातार होने वाला दर्द, संकेत देता है कि शरीर की क्रियाविधि में कुछ दिक्‍कत है जैसे – सिर में दर्द लोगों को अक्‍सर होने लगता है लेकिन अगर यह दर्द लगातार बढ़ने लगे और रोज होने लगे तो आपके ब्रेन में कोई समस्‍या हो सकती है या आपको माइग्रेन की शिकायत हो सकती है।

शरीर के कई अंगों में होने वाले दर्द हो कतई इग्‍नोर न करें। यहां कुछ प्रकार के दर्द के बारे में बताया जा रहा है जिन्‍हे इग्‍नोर नहीं करना चाहिए :

1) छाती में दर्द :
सीने में दर्द होना संकेत करता है कि आपकी जीवनशैली सही नहीं है। ज्‍यादा और हर समय तनाव लेना या अस्‍वाथ्‍यकर आदतों को अपनाना, सीने में दर्द उठने का कारण बन सकता है। लेकिन अचानक से उठने वाला दर्द, हार्टअटैक का लक्षण होता है। हार्टअटैक, मामूली हो या भयानक, दर्द उसमें तेजी से होता है। अगर आपको कभी भी ऐसा दर्द हो, तो इग्‍नोर न करें, तुंरत डॉक्‍टर से जरूरी परीक्षण करवा लें।

2) सिर दर्द :

जैसा कि आर्टिकल के शुरूआत में ही बताया जा चुका है सिर दर्द का नियमित होना अच्‍छा संकेत नहीं है। सिर दर्द एक सामान्‍य बात है, नींद पूरी न होने या ज्‍यादा तनाव होने के कारण सिर में दर्द होने ही लगता है। लेकिन आप ठीक – ठाक है और आपको हमेशा सिर में भारीपन या दर्द महसूस होता है तो किसी अच्‍छे डॉक्‍टर से एक बार अपना चेकअप जरूर करवा लें। माइग्रेन एक बीमारी है जिसमें सिर के एक तरफ काफी दर्द होता है। ऐसा दर्द होने पर आपको डॉक्‍टर की सलाह और दवाईयों के अलावा अपनी जीवनशैली को सुधारने की आवश्‍यकता भी पड़ती है। सांस की समस्‍या होने पर भी सिर में दर्द होना संभव है।

3) पेट दर्द :

हर किसी को पेट में दर्द कभी न कभी होता ही है। पेट का दर्द किसी भी उम्र में हो सकता है। पेट दर्द होने के कई कारण होते है, जैसे – सही डायट न लेना, शारीरिक तनाव या मासिक धर्म। लेकिन अगर पेट में दर्द अचानक और तेजी से होने लगे तो उसे गैस्ट्रिक प्राब्‍लम समझकर घर पर न बैठे रहें। पेट में दर्द होने का मतलब है कि आपके पेट में किसी प्रकार का इंफेक्‍शन है या किडनी में स्‍टोन है या कुछ और समस्‍या। कई बार महिलाओं को ओवियन कैंसर होने पर शुरूआती लक्षण पेट दर्द होता है। इसलिए, पेट में होने वाले दर्द को कभी इग्‍नोर न करें।

4) पैरों में दर्द :
कभी – कभार ज्‍यादा चलने या देर तक खड़े रहने से पैरों या घुटनों में दर्द होना सामान्‍य बात है लेकिन अगर ऐसा दर्द आपको लगभग हर दिन होता है तो कुछ समस्‍या है। पैरों में दर्द होने का कारण, तनाव, अनियमित और अनुचि‍त भोजन लेना है। महिलाओं को पैरों में दर्द अक्‍सर पीरियड्स के दौरान होता है। लेकिन अगर उन्‍हे दर्द के साथ – साथ सूजन की समस्‍या भी है तो यह गंभीर संकेत है। 45 की उम्र के बाद पैरों में दर्द होना आर्थराइटिस का संकेत होता है। कहीं चोट लग जाने के बाद अगर दर्द होता है तो मांसपेशियों में खिचांव या हड्डी टूटी हुई हो सकती है। इस प्रकार का दर्द होने पर तुंरत डॉक्‍टर से सम्‍पर्क करें और अगर वह जरूरी टेस्‍ट जैसे – एक्‍सरे आदि बताते है तो उन्‍हे भी करवा लें।

5) कमर दर्द :

कमर में दर्द होना एक आम बात है, सभी लोगों का मानना है कि एक निश्चित उम्र के बाद कमर में दर्द होना सामान्‍य है। कमर दर्द में उम्र, लेटने – बैठने और सोने का तरीका काफी मायने रखता है। कई बार शरीर में वसा की मात्रा ज्‍यादा होने से भी कमर दर्द होने लगता है। लेकिन अगर आपको यह दर्द हर दिन होता है और इसकी तीव्रता बढ़ती जाती है तो आपको लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। हो सकता है कि यह दर्द स्‍पॉटलाइटिस या रीढ़ की हड्डी का दर्द हो। कमर दर्द कोई हल्‍का फुल्‍का दर्द नहीं होता है, इसमें भयानक दर्द होता है, कई बार इस दर्द के चलते लोग लकवाग्रस्‍त भी हो जाते है।

Related Posts