यह काला पत्थर खींच सकता है आपके सारे रोग
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कोलकाता टाइम्स :
पृथ्वी के आरंभ से शिव पूजनीय रहे हैं। समस्त तंत्र-मंत्र, ज्योतिष और ज्ञान के देवता भगवान शिव का पूजन करने से केवल मृत्यु पर ही विजय नहीं पाई जा सकती, बल्कि जीवन के समस्त सुख, ऐश्वर्य की प्राप्ति भी सहज हो जाती है। इसीलिए वेदों में शिव को सर्वोच्च सत्ता कहकर पुकारा गया है। शिव महापुराण समेत अनेक प्राचीन ग्रंथों में शिवपूजा से जुड़े विधान बताए गए हैं। इनमें विभिन्न प्रकार के शिवलिंगों को पूजने के अलग-अलग महत्व कहे गए हैं। इनमें जो सबसे प्रभावी बताया है वह काले पत्थर का शिवलिंग है। अधिकांश लोग काले रंग से परहेज करते हैं अधिकांश लोग काले रंग से परहेज करते हैं, खासकर किसी शुभ कार्य में काला रंग पहनना ठीक नहीं समझा जाता, लेकिन क्या आप जानते हैं यही काला रंग आपकी किस्मत बदलने की क्षमता भी रखता है। जी हां, आप आश्चर्य कर रहे होंगे लेकिन यदि आप नियमित रूप से काले पत्थर के शिवलिंग के संपर्क में आएंगे तो आप स्वयं देखेंगे कि आपमें कई सकारात्मक बदलाव आ रहे हैं।
दरअसल सूर्य के प्रकाश में सभी रंग होते हैं। काला रंग हमें इसलिए काला दिखाई देता है या नहीं दिखाई देता क्योंकि वह समस्त रंगों को अपने भीतर अवशोषित कर लेता है। उदाहरण के तौर पर आपको कोई वस्तु लाल तभी दिखाई देती है, जब वह लाल रंग को परावर्तित करके आपकी आंखों तक पहुंचाती है। इसी प्रकार अन्य रंग भी परावर्तित होते हैं तो आपको वह दिखाई देते हैं, लेकिन काला रंग इसलिए काला है क्योंकि वह किसी भी रंग को परावर्तित नहीं करता।
काले शिवलिंग का रहस्य
शिवलिंग में अपने आसपास की समस्त नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करने की क्षमता होती है। शिवलिंग पर जल भी इसीलिए चढ़ाया जाता है ताकि उसने जो नकारात्मक ऊर्जा अवशोषित कर ली है वह दूर हो सके। चूंकि काला रंग भी अन्य रंगों को अवशोषित कर लेता है इसलिए काले पत्थर के शिवलिंग का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है। यदि आप नियमित रूप से काले पत्थर के शिवलिंग के समीप जाएंगे तो आपके भीतर की समस्त नकारात्मक ऊर्जा शिवलिंग में चली जाएगी और आप पॉजिटिव एनर्जी से भर जाएंगे।
आपके पास कोई रोग नहीं आएंगे… नकारात्मक ऊर्जा ही समस्त प्रकार की बीमारियों का कारण होता है। यदि आप धन की कमी महसूस करते हैं तो यह भी कहीं न कहीं आपकी ऊर्जा से जुड़ी है। इसलिए काले पत्थर के शिवलिंग के समीप नियमित जाने से आप ऊर्जावान बने रहेंगे। आपके पास कोई रोग नहीं आएंगे।
क्या होता है लाभ
काले पत्थर के शिवलिंग पर नियमित जल अर्पित करने जाएंगे तो आप उसके संपर्क में आएंगे। जल अर्पित करते समय आपके भीतर जो भी नकारात्मक विचार आएंगे वे शिवलिंग में अवशोषित हो जाएंगे। व्यक्ति जैसा सोचता है, वैसा ही बन जाता है या कहें कि वैसा ही उसके साथ होने लगता है।
यदि आप शिवलिंग के समीप अच्छी बातें सोचेंगे, मन में अच्छे विचार लाएंगे तो आपके साथ अच्छा होने लगेगा। यदि शिवलिंग के समीप आप धन प्राप्ति का विचार लेकर जाएंगे तो आपको धन प्राप्ति का मार्ग नजर आने लगेगा।
शिव पुराण में भगवान शिव ने मनुष्य के कर्म पर बल दिया है। जो जैसा कर्म करेगा, उसी के अनुरूप उसके जीवन की दिशा तय होगी। इसलिए नियमित शिव पूजा के साथ प्रमुखता से कर्म भी करते रहें। शिव ने कभी भी भाग्यवादी रहने की सीख नहीं दी है।