‘में सिर्फ पार्टी डिक्टेट का कर रहा था पालन’, अर्पिता मुखर्जी के घर से मिले कैश पर पार्थ चटर्जी का बड़ा खुलासा
मीडिया के सवाल पर जवाब देते हुए पार्थ चटर्जी ने कहा, ‘ये उनका पैसा नहीं है. मेरी तबियत खराब है. इन पैसों के साथ मेरा कोई संबंध नहीं है.’ ESI अस्पताल में चेकअप के लिए जब पार्थ चटर्जी को लाया गया तो रिपोर्टर्स के सवाल के जवाब में पार्थ चटर्जी ने बताया कि उनके खिलाफ किसने षड्यंत्र किया, समय आने पर सब पता चलेगा. उन्होंने अपने अस्वस्थता के बारे में भी बताया और आखरी सवाल में जब उनसे पैसे के बारे में पूछा गया तो पार्थो चटर्जी ने बताया कि पैसा उनका नहीं है.
‘इससे पहले पार्थ ने पूछताछ के दौरान कहा था कि पार्टी में शीर्ष नेतृत्व सहित सभी को स्कूल शिक्षक के रूप में नौकरी दिलाने के लिए अपात्र उम्मीदवारों से एकत्र किए गए धन के बारे में पता था. एक जांचकर्ता के अनुसार, पार्थ चटर्जी ने मंत्री पद गंवाने और पार्टी से निलंबित होने के बाद बोलना शुरू कर दिया है. एक अधिकारी ने कहा, ‘उन्होंने दावा किया कि वह सिर्फ संरक्षक थे. उन्होंने दावा किया कि उन्होंने कभी कोई पैसा नहीं मांगा और न ही उम्मीदवारों से कोई स्वीकार किया. एक पार्टी डिक्टेट थी और वह आदेशों का पालन कर रहा था.