सर्दियों में ऐसे बचें दांतों की झनझनाहट से
कोलकाता टाइम्स :
ठंड का मौसम यूं तो काफी अच्छा लगता है। लेकिन तापमान में गिरावट से कई लोगों को दांतों की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे कई लोग हैं, जिन्हें सर्दियों के मौसम में दांतों में सेंसेटिविटी की समस्या होती है। अमूमन लोग इस समस्या से निजात पाने के लिए तरह-तरह की दवाईयों का सेवन करते हैं। लेकिन आपको इससे पहले इसके कारणों के बारे में भी जानना चाहिए। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे कारणों के बारे में बता रहे हैं, जो सर्दियों के दौरान दांतों की सेंसेटिविटी की संभावना को भी बढ़ा सकते हैं।
1. ठंड के महीनों में शुगर का अधिक सेवन करना अतिरिक्त शुगर से मसूड़ों की बीमारी और इनेमल इरोश़न की संभावना बढ़ जाती है। यह दोनों ही दांतों की संवेदनशीलता का कारण बन सकते हैं। आमतौर पर, ठंड के मौसम में लोगों को मीठा खाना काफी अच्छा लगता है और वह कई तरह से शुगर का सेवन करते हैं। लेकिन आपको अतिरिक्त शुगर का सेवन करने से बचना चाहिए, क्योंकि वे दांतों के कमजारे होने या टूटने का कारण बन सकते हैं।
2. ज्यादा ब्रश करने से दांतों को ज्यादा नुकसान होना ब्रश करना दांतों के लिए काफी जरूरी होता है। लेकिन बहुत ज़ोर से ब्रश करने से प्रोटेक्टिव इनेमल हटकर और नीचे के संवेदनशील डेंटिन उजागर होती है, जिसके कारण दांतों को बहुत अधिक नुकसान हो सकता है। इसलिए, अगर आप दांतों की केयर करना चाहते हैं तो ऐसे में आप अपने दांतों को हल्के और धीरे-धीरे साफ करें।
3. सर्दी और फ्लू से दांतों की सेंसेटिविटी को बढ़ा सकती है तापमान में गिरावट के कारण सर्दी, साइनस संक्रमण और फ्लू सर्दियों में अधिक होता है। जब नाक बंद होने या संक्रमण के कारण साइनस में सूजन और जलन हो जाती है, तो दांतों की नसों पर दबाव पड़ता है, जिससे असुविधा और संवेदनशीलता होती है।
4. पेय पदार्थ से दांतों को नुकसान सोडा, कॉफी, चाय, और अन्य अम्लीय तरल पदार्थ, जैसे रस, आपके दांतों को नुकसान पहुंचा सकते हैं और दांतों की लेयर को उजागर कर सकते हैं। इसके अलावा, अन्य खराब ओरल हेल्थ हैबिट्स, जैसे धूम्रपान करना या ब्रश न करना या ठीक से फ्लॉसिंग करना, मसूड़े पीछे हटने का कारण बन सकते हैं और गम लाइन पर डेंटिन को एक्सपोज कर सकते हैं। यह आपके दांतों की सेंसेटिविटी को बढ़ा सकते हैं।
5. अन्य डेंटल इश्यूज मसूड़ों, पीरियोडोंटल लिगामेंट और ऐल्वीअलर बोन के रोग सभी डेंटिन को उजागर कर सकते हैं और दर्द का कारण बन सकते हैं। पीरियोडोंटल बीमारी मसूड़े की सूजन की इनिशियल स्टेज है। कुछ लोग सोते समय अपने दाँत भींचते या पीसते हैं। यह भी दांतों के इनेमल को नुकसान पहुंचा सकता है और दर्द पैदा कर सकता है।