डॉक्टरों ने कैंसर के इलाज के नाम पर काटा युवक का प्राइवेट पार्ट, भरना पड़ा 54 लाख का जुर्माना
[kodex_post_like_buttons]
कोलकाता टाइम्स :
पीड़ित शख्स तीन बच्चों के पिता हैं. 2014 में उन्हें अपनी गंभीर बीमारी का पता चला था. मात्र 30 साल की उम्र में उन्हें कैंसर हो गया. जिसका पता चलने के बाद उसका इलाज नैनटेस यूनिवर्सिटी अस्पताल में हुआ था. जहां डॉक्टरों की एक लापरवाही के चलते कैंसर इतना फैल गया कि शख्स के प्राइवेट पार्ट तक पहुंच गया. जिसका नतीजा ये हुआ कि डॉक्टरों ने यह कहते हुए प्राइवेट पार्ट को काट कर अलग कर दिया कि अगर वे ऐसा नहीं करेंगे, तो शख्स की जान जा सकती है. हालांकि जब इस मामले में जांच की नौबत आई तो कोर्ट ने अस्पताल को पीड़ित युवक को 54 लाख रुपए हर्जाने के तौर पर देने का आदेश पारित किया.
शख्स के साथ मेडिकल नेग्लीजेंस के मामले में एडमिनिस्ट्रेटिव कोर्ट ऑफ नैनटेस में सुनवाई हुई. जहां जांच में ये साफ हो गया कि पीड़ित मरीज की सर्जरी के दौरान डॉक्टरों की हुई गलतियों की वजह से ही कैंसर प्राइवेट पार्ट तक फैला था.