हिंदी बोलना जान का दुश्मन, भारत के इस राज्य में हसिया से हो रहा हमला
कोलकाता टाइम्स :
तमिलनाडु में बिहार के रहने वाले एक शख्स के साथ हुई घटना ने लोगों को चौंका दिया है. मजदूरी करके अपने परिवार पेट पालने वाले इस शख्स पर तमिलनाडु में कथित रूप से सिर्फ इसलिए हमला बोल दिया गया क्योंकि उसने हिंदी में बात की थी. किसी तरह ये शख्स अपनी जान बचाकर तमिलनाडु से रात के अंधेरे में चुपचाप भागा. जब पीड़ित अपने घर बिहार में भागलपुर पहुंचा तो तमिलनाडु में बिहार के लोगों के साथ बर्रबता होने का आरोप लगाया. उसका कहना है कि तमिलनाडु से बिहारी और हिंदी भाषी जान बचाकर वापस अपने घर लौटने को मजबूर हो रहे हैं. पीड़ित ने आरोप लगाया कि उन पर हमला सिर्फ इस वजह से किया जा रहा है क्योंकि वह हिंदी बोलते हैं तमिल नहीं.
तमिलनाडु से जान बचाकर भागे शख्स का नाम बेचन पासवान हैं. वे ईंट पत्थर उठाने का काम करते हैं. बेचन पासवान ने कहा कि बिहारियों और हिंदी भाषियों की हत्या के बाद तमिलनाडु से मजदूर जान बचाकर वापस लौटने लगे हैं. भागलपुर के कहलगांव में रहने वाले कई मजदूर तमिलनाडु से किसी तरह अपनी जान बचाकर भागे हैं.
मजदूर बेचन पासवान ने बताया कि तमिलनाडु में बिहारियों को मारा जा रहा है, वो भी लौट आए हैं. वहां के लोग देखते हैं कि हिंदी बोल रहा है तो हसिया से हमला कर देते हैं. वो कहते हैं कि तमिलनाडु में सिर्फ तमिल के लोग कमाएंगे.