नाश्ते में दलिया से खून-वजन का है खास नाता
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कोलकाता टाइम्स :
लो कैलोरी, हाई फाइबर, बहुत सारे विटामिन्स और प्रोटीन्स की मात्रा लिए दलिया का उपयोग ज्यादातर लोग सुबह नाश्ते में करते हैं। यह खाने में बहुत लाइट है। साथ ही दिनभर के लिए सारे जरूरी न्यूट्रिएंट्स की पूर्ति भी इससे हो जाती है। दलिया खाकर सेहत को किस तरह से फायदा पहुंचाया जा सकता है, आइए जानते हैं।
1. हीमोग्लोबिन बढ़ाता है
दलिया आयरन का बहुत ही अच्छा स्रोत है, जो शरीर के लिए जरूरी होने के साथ ही हामोग्लोबिन भी बढ़ाता है। साथ ही शरीर के तापमान और मेटाबॉलिज्म को भी बैलेंस करता है।
दलिया आयरन का बहुत ही अच्छा स्रोत है, जो शरीर के लिए जरूरी होने के साथ ही हामोग्लोबिन भी बढ़ाता है। साथ ही शरीर के तापमान और मेटाबॉलिज्म को भी बैलेंस करता है।
2. वजन कम करता है
कार्बोहाइड्रेट की उचित मात्रा वाले दलिया को ज्यादातर लोग सुबह नाश्ते में खाते हैं, क्योंकि हल्का होने के साथ ही वजन कम करने और डायबिटीज के रोगियों के लिए भी यह बहुत ही फायदेमंद है। साथ ही इसकी थोड़ी सा मात्रा खाने से पेट भर जाता है जिससे ओवरइटिंग से बचा जा सकता है। डायबिटीज के मरीज दलिया खाकर बहुत जल्द ग्लूकोज लेवल को कंट्रोल कर सकते हैं।
कार्बोहाइड्रेट की उचित मात्रा वाले दलिया को ज्यादातर लोग सुबह नाश्ते में खाते हैं, क्योंकि हल्का होने के साथ ही वजन कम करने और डायबिटीज के रोगियों के लिए भी यह बहुत ही फायदेमंद है। साथ ही इसकी थोड़ी सा मात्रा खाने से पेट भर जाता है जिससे ओवरइटिंग से बचा जा सकता है। डायबिटीज के मरीज दलिया खाकर बहुत जल्द ग्लूकोज लेवल को कंट्रोल कर सकते हैं।
3. टाइप-2 डायबिटीज में फायदेमंद
दलिया और ऐसे ही प्रकार के साबुत अनाज में मैग्नीशियम की भरपूर मात्रा होती है। मैग्नीशियम लगभग 300 प्रकार के एंजाइम्स बनाता है, खासतौर पर ऐसे एंजाइम्स जो इंसुलिन सेक्रेशन में मददगार होते हैं। साथ ही ग्लूकोज की जरूरी मात्रा ब्लड तक पहुंचाते हैं। रोजाना इसका सेवन करने से टाइप-2 डायबिटीज की संभावना को 30 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।
दलिया और ऐसे ही प्रकार के साबुत अनाज में मैग्नीशियम की भरपूर मात्रा होती है। मैग्नीशियम लगभग 300 प्रकार के एंजाइम्स बनाता है, खासतौर पर ऐसे एंजाइम्स जो इंसुलिन सेक्रेशन में मददगार होते हैं। साथ ही ग्लूकोज की जरूरी मात्रा ब्लड तक पहुंचाते हैं। रोजाना इसका सेवन करने से टाइप-2 डायबिटीज की संभावना को 30 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।
4. हड्डियों को मजूबत बनाता है
दलिया कैल्शियम और मैग्नीशियम का खजाना होता है, जो हड्डियों को स्ट्रॉन्ग रखता है। इसके साथ ही दलिया खाने से पित्त की पथरी भी दूर होती है।
दलिया कैल्शियम और मैग्नीशियम का खजाना होता है, जो हड्डियों को स्ट्रॉन्ग रखता है। इसके साथ ही दलिया खाने से पित्त की पथरी भी दूर होती है।
5. एनर्जी देता है
फाइबर के साथ ही दलिया में एनर्जी के लिए जरूरी कार्बोहाइड्रेट पाए जाते हैं। इसके साथ ही इसमें मौजूद प्रोटीन्स की मात्रा भी बॉडी को दिनभर एनर्जेटिक रखती है। सिर्फ 1 कप दलिया खाकर विटामिन बी1, बी2, मिनरल्स, मैग्नीशियम, मैंगनीज़ आदि की पूर्ति की जा सकती है। इसमें मौजूद बहुत सारे न्यूट्रिएंट्स, एंटी-ऑक्सीडेंट्स शरीर से सारे हानिकारक टॉक्सिन्स को बाहर निकालकर कई सारी बीमारियों से बचाते हैं।
फाइबर के साथ ही दलिया में एनर्जी के लिए जरूरी कार्बोहाइड्रेट पाए जाते हैं। इसके साथ ही इसमें मौजूद प्रोटीन्स की मात्रा भी बॉडी को दिनभर एनर्जेटिक रखती है। सिर्फ 1 कप दलिया खाकर विटामिन बी1, बी2, मिनरल्स, मैग्नीशियम, मैंगनीज़ आदि की पूर्ति की जा सकती है। इसमें मौजूद बहुत सारे न्यूट्रिएंट्स, एंटी-ऑक्सीडेंट्स शरीर से सारे हानिकारक टॉक्सिन्स को बाहर निकालकर कई सारी बीमारियों से बचाते हैं।
6. ब्रेस्ट कैंसर से बचाता है
महिलाओं में बेस्ट कैंसर की समस्या आजकल सबसे ज्यादा देखने को मिल रही है। गलत खान-पान इसकी एक खास वजह है। साबुत अनाज जैसे दलिया में फाइबर की पर्याप्त मात्रा बेस्ट कैंसर की संभावना को कम करती है। रिसर्च के अनुसार फाइबरयुक्त चीजों से लंग, ब्रेस्ट, ओवेरियन कैंसर जैसे सभी कैंसर से निजात पाया जा सकता है।
महिलाओं में बेस्ट कैंसर की समस्या आजकल सबसे ज्यादा देखने को मिल रही है। गलत खान-पान इसकी एक खास वजह है। साबुत अनाज जैसे दलिया में फाइबर की पर्याप्त मात्रा बेस्ट कैंसर की संभावना को कम करती है। रिसर्च के अनुसार फाइबरयुक्त चीजों से लंग, ब्रेस्ट, ओवेरियन कैंसर जैसे सभी कैंसर से निजात पाया जा सकता है।