November 23, 2024     Select Language
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बीमारी ठीक करने वाली ये दवाएं जो मोटापा बढ़ाने का कारण हो सकती हैं

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कोलकाता टाइम्स : 
जन बढ़ना आजकल की आम समस्या हो गई है, जो पुरुषों से लेकर महिलाओं, बच्चों किसी को भी हो सकती है। इसके लिए गलत खान-पान, नींद न आना, आनुवांशिक, स्ट्रेस आदि कई सारे कारण हो सकते हैं, लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि ज्यादा मात्रा में दवाइयों का सेवन करना भी वजन बढ़ने का कारण बन रहा है। वैसे इसमें कोई दो राय नहीं कि दवाइयों के बहुत सारे साइड इफेक्ट्स भी होते हैं जो तत्काल नहीं तो कुछ वक्त के बाद अपना प्रभाव दिखाते हैं। लेकिन मोटापा एक ऐसा इफेक्ट है जो कुछ ही दिनों में दिखने लगता है।
एंटीबायोटिक्स
एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल इन्फेक्शन से जल्द निजात पाने के लिए किया जाता है जो काफी हद तक कारगर भी है। लेकिन इसके ज्यादा इस्तेमाल से वजन भी तेजी से बढ़ता है। एंटीबायोटिक्स सबसे पहले माइटोकॉर्डिया को डैमेज कर देता है जिसका काम खाने को शरीर के लिए जरूरी एनर्जी में बदलना होता है। साथ ही हेल्थ को सही रखने में भी ये काफी हद तक जिम्मेदार है।
साल 2012 में ब्रिटिश रिसर्च में ये पाया गया कि जिन बच्चों ने बचपन में एंटीबायोटिक्स का बहुत ज्यादा सेवन किया था, बाद में उनका वजन काफी बढ़ गया। एंटीबायोटिक्स का काम बैक्टीरिया को खत्म करना होता है, उन्हें अच्छे और बुरे बैक्टीरिया की पहचान नहीं होती। इसलिए कई बार ये हेल्थ के लिए फायदेमंद नहीं होते।
स्टेरॉइड्स
ये किसी से छिपा नहीं है कि स्टेरॉइड्स सेहत के लिए बहुत ही नुकसानदायक होते हैं। लेकिन अस्थमा और आर्थराइटिस से जूझ रहे मरीजों के लिए बहुत ही कारगर होते हैं। इनके सेवन से ज्यादा भूख लगती है जिससे वजन तेजी से बढ़ने लगता है। स्टेरॉइड्स शरीर के मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करते हैं। इसके ज्यादा इस्तेमाल से डायबिटीज की संभावना भी काफी हद तक बढ़ जाती है।
स्टेरॉयड्स के इस्तेमाल से फायदे कम और साइड इफेक्ट्स ज्यादा होते हैं। बहुत दिनों तक इसका इस्तेमाल काफी सारी और परेशानियों का कारण भी बन सकता है। अलग-अलग लोगों में इसका अलग प्रभाव देखा जाता है। इसके कारण चेहरे पर सूजन, गले में सूजन आदि परेशानियां हो सकती हैं।
बर्थ कंट्रोल पिल्स
एक तरफ जहां बर्थ कंट्रोल पिल्स बड़ी समस्या से राहत दिलाती हैं, वहीं कई बार ये वजन बढ़ाने का कारण भी होती हैं। इनके सेवन से फ्लूइड रिटेंशन होता है जो हेल्थ के लिए नुकसानदायक होने के साथ ही वजन भी बढ़ाता है। इसके अलावा ब्लीडिंग, ब्रेस्ट में खिंचाव, सिरदर्द जैसे और कई साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। रिसर्च में ये बात भी सामने आई है कि ज्यादातर महिलाओं, जिन्होंने इन दवाओं का सेवन किया था उनमें वजन बढ़ने जैसी कोई बात सामने नहीं आई और जिन्हें इसकी शिकायत थी उनका वजन दो-तीन महीनों में कम भी हो गया।
एंटीडिप्रेसेंट दवाइयां
काम के तनाव और मानसिक परेशानियों से राहत पाने के लिए लोग तुरंत दवाएं खाना बेहतर समझते हैं और वो इनके साइड इफेक्ट्स को जाने बिना। इन दवाओं में ऐसे कई सारे तत्व मौजूद होते हैं जो मूड के साथ-साथ भूख को भी प्रभावित करते हैं। जिसके कारण इन दवाइयों का सेवन कर रहे 25 प्रतिशत लोगों का वजन समय के साथ 4-5 किलो तक बढ़ जाता है।
हाई ब्लड प्रेशर की दवाइयां
ब्लड प्रेशर को कम करने और हार्ट की बीमारियों से बचने के लिए इन दवाओं का सेवन किया जाता है, क्योंकि ये कैलोरीज बर्न करने की प्रक्रिया को धीमा करने के साथ-साथ वाटर रिटेंशन को भी बढ़ा देते हैं। अल्फा ब्लॉकर्स और बीटा ब्लॉकर्स का इस्तेमाल ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है, जो शरीर के काम करने की क्षमता को प्रभावित करते हैं। इनसे सेहत को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचता है।
हार्मोन ट्रीटमेंट
हार्मोन्स के डिसबैलेंस को कंट्रोल करने के लिए दवाओं का सेवन आम बात है जो इसमें काफी हद तक फायदा भी पहुंचाती हैं। साथ ही इसके लिए एस्ट्रोजेन- प्रोजेस्टेरॉन थेरेपी भी उपयोग में लाई जाती है जो भूख और वाटर रिटेंशन को बढ़ा देती है। बहुत ज्यादा इस्तेमाल से ब्लड शुगर लेवल भी बढ़ने लगता है जो फैट बढ़ने का मुख्य कारण होता है।
माइग्रेन की दवाएं
सिरदर्द होने पर माइग्रेन की दवा से तुरंत राहत मिलती है, लेकिन इससे उतनी ही तेजी से वजन भी बढ़ता है। रिसर्च से ये बात सामने आई है कि इन दवाओं का इस्तेमाल करने वाले 70 प्रतिशत लोग वजन बढ़ने की समस्या से परेशान थे।
डायबिटीज की दवाएं
डायबिटीज से प्रभावित रोगी के साथ वजन बढ़ने की समस्या आम बात है। टाइप-2 डायबिटीज के रोगी जिन दवाओं का इस्तेमाल करते हैं, वो वजन बढ़ाने में बहुत हद तक जिम्मेदार होती हैं। इंसुलिन के लगातार सेवन से एक साल में लोगों का वजन 4-5 किलो तक बढ़ा पाया गया है।
क्या कारण हैं इन दवाओं से वजन बढ़ने के
1. इनका काम शरीर के मेटाबॉलिज्म को इफेक्ट करना है, जिनसे खाना पचने, शरीर के लिए जरूरी एनर्जी मिलने की प्रक्रिया भी धीमी हो जाती है। यह वजन बढ़ने की मुख्य वजह है।
2. शरीर अपने लिए जरूरी न्यूट्रिशंस की पूर्ति खाने-पीने से ही करता है लेकिन ये दवाएं उसकी एक्टिविटी को भी बहुत धीमा कर देती हैं।
3. दवाओं के इस्तेमाल से वाटर रिटेंशन बढ़ता है जो शरीर के लिए बहुत ही नुकसानदायक होता है।
4. भूख को बढ़ाती हैं जिसके कारण बार-बार खाने की इच्छा होती है जो वजन बढ़ने का कारण होती है।
5. शरीर में इंसुलिन की मात्रा को बढ़ाती है जिससे फैट टिश्यूज एक्टिव हो जाते हैं।

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