इस देश की टूटी ऐसी कमर की भुला देगी पाकिस्तान की कंगाली भी
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कोलकाता टाइम्स :
हम बात कर रहे हैं एशियाई देश लेबनान की. मार्च में इस मुस्लिम देश में महंगाई दर 264 फीसदी तक पहुंच गई थी. इस कारण खाने-पीने की चीजों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है.
बीते कुछ समय से लेबनान भयंकर संकट से जूझ रहा है. कुछ महीने पहले यहां मुद्रास्फीति की दर बेकाबू हो गई थी. इसके बाद आर्थिक संकट के कारण यह 264 फीसदी तक पहुंच गई. इस कारण जनता सड़कों पर उतर आई और हिंसक प्रदर्शन किया. वर्ल्ड बैंक की दुनिया में खाद्य सुरक्षा पर एक रिपोर्ट बनाई है. इसमें सामने आया है कि लेबनान में फरवरी 2022 से फरवरी 2023 की अवधि में सबसे ज्यादा खाद्य महंगाई दर लेबनान में थी.
गलत आर्थिक नीतियों और भ्रष्टाचार के कारण लेबनान की अर्थव्यवस्था हलकान है. यह हालात इतने बिगड़ गए हैं कि करेंसी 90 प्रतिशत तक गिर गई है. जबकि महंगाई सातवें आसमान पर है.
किसी जमाने में लेबनान की राजधानी बेरूत को मिडिल ईस्ट का पेरिस कहा जाता था. लेकिन राजनैतिक और आर्थिक संकट के कारण यह देश आज इतना बुरा दौर देखने को मजबूर है.
बता दें एशियाई देशों में सबसे ज्यादा महंगाई लेबनान, उसके बाद सीरिया, तीसरे नंबर पर लाओस और ईरान का नंबर है. 5वें नंबर पर पाकिस्तान है. वहां अप्रैल में महंगाई दर 36.4 फीसदी के स्तर पर पहुंच गई थी.