इस सुपरपावर देश में आयी कंगाली पूरी दुनिया में मचे देगा तबाही, होगा
डार्टमाउथ यूनिवर्सिटी में इकॉनमी के प्रोफेसर और बैंक ऑफ इंग्लैंड में पूर्व ब्याज दर सेटर डैनी ब्लैंचफ्लॉवर ने कहा, ‘अगर दुनिया का सुपरपावर देश अपने बिलों का ही भुगतान न कर पाए तो क्या होगा. इसके बेहद खतरनाक नतीजे होंगे.’
अब तक यह भरोसा चला आ रहा है कि जिन भी लेनदारों से अमेरिका की सरकार ने कर्ज लिया है, वह उनको वक्त पर वापस करेगी. इसी विश्वास के आधार पर दुनिया का फाइनेंशियल सिस्टम काम करता है. यही प्रक्रिया यूएस ट्रेजरी सिक्योरिटीज और डॉलर को दुनिया की रिजर्व करंसी को बॉन्ड मार्केट्स का आधार बनाता है.