आलसियों के लिए सबसे बड़ी खुशखबरी, वैज्ञानिकों ने बताया सबसे बड़ी काबलियत
कोलकाता टाइम्स :
कलयुग में काम-धाम और मेहनत से जुड़े कई मुहावरे बने, जिन्हे ध्यान में रखकर ही मनुष्य ने अपनी विचार धारा बनाई. लेकिन आज यह सब चीज़ें कोई महत्त्व नहीं रखती. क्योंकि जिस प्रकार टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में हम आगे बढ़ते जा रहे हैं, उसी दिशा में आलस भी हमारी तरफ बढ़ रहा है. बढ़ती टेक्नोलॉजी के साथ हमारा जीवन आगे तो बढ़ा है, लेकिन ज़िन्दगी हमसे पिछड़ती जा रही है.
एक नई स्टडी के अनुसार इस बात का पता लगाया गया है कि ज्यादा आलस करने वाला इंसान ही सबसे ज्यादा बुद्धिमान होता है. शोधकर्ताओं ने बताया कि जो लोग दिनभर काम में लगे रहते हैं और शरीर को थकाने वाले काम करते हैं, ऐसे लोग की सोचने की क्षमता कम होती है. वही यदि उन लोगो की बात की बात की जाए जो शरीर के साथ-साथ खुद भी सुस्त रहना पसंद करते हैं, ऐसे लोगों की विचार धारा काफी अच्छी होती है और वह ज्यादा सोच पाते हैं.