वैज्ञनिकों ने खोला सैंकड़ों साल से धरती पर रह रहे एलियंस का राज
अपनी शोध में वैज्ञानिकों ने बताया है कि इस बात की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता कि नई प्रजाति पृथ्वी पर किसी नए बाह्य-विद्युतीय आयात से आई हो। जीवन दूसरी दुनिया से क्षुद्रग्रहों या धूमकेतु पर अपने आप से यात्रा कर सकता है,जिसे पैनस्पर्मिया कहा जाता है, ये कोई नया सिद्धांत नहीं है। वैज्ञानिकों के इस समूह को दुनियाभर के वैज्ञानिक समुदाय से व्यापक आलोचना का सामना भी करना पड़ रहा है। कई लोग इसे असंभव भी मान रहे हैं,कि ऑक्टोपस के अंडे धूमकेतु के ज़रिए पृथ्वी पर पहुंचे थे।