November 23, 2024     Select Language
Editor Choice Hindi KT Popular दैनिक स्वास्थ्य

एमपॉक्स से कंकाल बनकर नहीं मरना है तो सिर्फ एक रास्ता!

[kodex_post_like_buttons]
कोलकाता टाइम्स : 
ये एक वायरल इंफेक्शन है, जो संक्रमित चीजों के संपर्क में आने से फैलती है. हालांकि यह कोई नई बीमारी नहीं है, इसका पहला केस डेनमार्क में 1958 के दौरान मिला था.
लेकिन हाल ही में इस वायरस ने महामारी का रूप ले लिया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में कांगो में एमपॉक्स से लगभग 16700 मामले सामने आए हैं, और 570 मौत दर्ज की गयी है. एमपॉक्स के चपेट में लगभग 115 देश हैं, जिसमें भारत भी शामिल है. मार्च में यहां 30 केस मिले थे.

मंकीपॉक्स के लक्षण

शरीर पर मवाद भरे दाने

बुखार

सिरदर्द

मांसपेशियों में दर्द

पीठ दर्द

कमजोरी

गले में सूजन

अभी तक मंकीपॉक्स के इंफेक्शन के लिए कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है. जिसके कारण इस पर कंट्रोल पाना मुश्किल है. हालांकि, मंकीपॉक्स के लक्षणों का शुरुआती स्टेज पर इलाज शुरू करने से रिकवरी की संभावना बढ़ जाती है.

WHO के सुझाव के मुताबिक, मंकीपॉक्स से बचने के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है कि जानवरों से असुरक्षित संपर्क में आने से बचना. बीमार और मरे हुए जानवरों को बिना सेफ्टी छुने और इनके मीट को खाने से बचें. इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाएं रखना बहुत जरूरी है. शारीरिक संबंध बनाते समय प्रोटेक्शन का इस्तेमाल जरूर करें.

Related Posts