किन्नर भी हो सकते हैं प्रेग्नेंट, दे सकते हैं बच्चे को जन्म
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कोलकाता टाइम्स
हम जानते हैं जिन लोगों का लिंग डॉक्टर द्वारा बताए गए दो लिंगों से अलग होता है उन्हें ट्रांसजेंडर (किन्नर) कहा जाता है। डॉक्टर्स के अनुसार हार्मोनल प्रॉब्लम की वजह से ये लोग अपना सैकेंडरी सेक्सुअल कैरेक्टर उभार नहीं पाते, जिससे औरत मर्द की तरह और मर्द औरत की तरह दिखने लगते हैं। लोगों का मानना है कि ट्रांसजेंडर्स कभी बच्चे को जन्म नहीं दे सकते लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि ट्रांसजेंडर्स भी प्रेग्नेंट हो सकते हैं और इसके लिए वे अपनी जान दांव पर लगा देते हैं।
सुनकर भले ही यकीन न हो, लेकिन ये सच है। हालांकि उनके लिए ऐसा करना थोड़ा मुश्किल होता है क्योंकि इसके लिए उन्हें कई बड़े मैडीकल प्रोसेस से गुजरना होता है। दरअसल, जो ट्रांस महिला गर्भवती होना चाहती है उसके पेट में भ्रूण प्रत्यारोपण करना होता है। इसके अलावा उसे हॉर्मोन थेरेपी देनी होती है। ये प्रक्रिया नामुमकिन तो नहीं लेकिन खतरे से भरी जरूर है। इतना ही नहीं, जो ट्रांस महिलाएं इस प्रकार से प्रेग्नेंट होना चाहती हैं उन्हें गर्भवस्था की वजह से कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जो ट्रांस महिलाएं होती हैं उनमें पहले से गर्भाशय नहीं होता। इसका उपचार करना यानी कि चिकित्सीय प्रक्रिया की मदद से गर्भाशय लगाना खतरे से खाली नहीं होता। कभी-कभी यह जानलेवा भी साबित होता है। बहुत कम ट्रांस महिलाओं में ये प्रक्रिया सफल हो पाती है।
सुनकर भले ही यकीन न हो, लेकिन ये सच है। हालांकि उनके लिए ऐसा करना थोड़ा मुश्किल होता है क्योंकि इसके लिए उन्हें कई बड़े मैडीकल प्रोसेस से गुजरना होता है। दरअसल, जो ट्रांस महिला गर्भवती होना चाहती है उसके पेट में भ्रूण प्रत्यारोपण करना होता है। इसके अलावा उसे हॉर्मोन थेरेपी देनी होती है। ये प्रक्रिया नामुमकिन तो नहीं लेकिन खतरे से भरी जरूर है। इतना ही नहीं, जो ट्रांस महिलाएं इस प्रकार से प्रेग्नेंट होना चाहती हैं उन्हें गर्भवस्था की वजह से कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जो ट्रांस महिलाएं होती हैं उनमें पहले से गर्भाशय नहीं होता। इसका उपचार करना यानी कि चिकित्सीय प्रक्रिया की मदद से गर्भाशय लगाना खतरे से खाली नहीं होता। कभी-कभी यह जानलेवा भी साबित होता है। बहुत कम ट्रांस महिलाओं में ये प्रक्रिया सफल हो पाती है।