पल भर में हर दर्द हवा कर देती है कपिंग थैरिपी
कोलकाता टाइम्स
कपिंग थेरेपी वैकल्पिक चिकित्सा का एक प्राचीन रूप है, जिसके अंतर्गत त्वचा पर एक स्थानीय सक्शन बनाया जाता है। चिकित्सकों का मानना है कि इससे ब्लथड सर्कुलेशन बढ़ता है और उपचार में मदद मिलती है। कई मसाज थैरेपिस्ट और अन्य स्वास्थ्य सेवा देने वाले पेशेवर कपिंग उपचार की पद्धति को अपना रहे हैं। इसका अर्थ समझ में आता है क्योंकि कपिंग की प्रक्रिया मसाज के विपरीत है। इस कपिंग थेरेपी का आविष्कार हज़ारों वर्ष पहले हुआ था।
कपिंग थेरेपी में मांसपेशियों पर दबाव डालने की जगह सक्शन त्वचा, ऊतकों और मांसपेशियों को ऊपर की और खींचने के लिए दबाव का उपयोग करते हैं। कपिंग थेरेपी दो तरह की होती है एक ड्राई और दूसरी वेट. इसमें ज़्यादा डिमांड वेट कपिंग थेरेपी की होती है. ब्रिटिश कपिंग सोसाइटी (BCS) में कपिंग की दोनों ही विधियां सिखाई जाती हैं। सामान्यतौर पर वैट कपिंग उपचारात्मक व चिकित्सीय दृष्टिकोण पर आधारित होती है और ड्राई कपिंग चिकित्सीय तथा आराम पहुंचाने वाली पद्धति पर काम करती है। दरसल इसको लेकर पसंद चिकित्सकों और संस्कृतियों के साथ अलग भी होती है।
इस थेरेपी के उपयोग से भारी सर्दी, एलर्जी के लक्षणों और कफ़ से तीव्रता से आराम पाया जा सकता है।कपिंग त्वचा की कई समस्याओं जैसे एक्जिमा और मुंहासें से आराम दिलाता है।