सबसे ज्यादा टीबी मरीज भारत के लिए बड़ा आर्थिक बोझ
कोलकाता टाइम्स
टीबी यानी क्षयरोग के 28 लाख मामले, इस रोग से 42.3 लाख लोगों की मौत और प्रति 1 लाख लोगों में 211 नए संक्रमणों के कारण भारत इस समय दुनिया में टीबी रोगियों की सबसे बड़ी संख्या वाला देश बन गया है। एक ताजा रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। भारत में MDR-TB रोगियों की संख्या सबसे ज्यादा है और बिना पहचान वाले टीबी रोगियों की संख्या भी कम नहीं है। ऐसे कई लाख मामले हैं, जिनकी पहचान ही नहीं हुई है, न ही इलाज शुरू हुआ और ये लोग अभी तक स्वास्थ्य विभाग के रडार पर ही नहीं हैं।
इंडियन मेडिकल असोसिएशन (IMA) के अध्यक्ष डॉ. के. के. अग्रवाल ने कहा, ‘टीबी भारत में जन-स्वास्थ्य की एक प्रमुख चिंता है। यह न केवल बीमारी और मृत्युदर का एक प्रमुख कारण है, बल्कि देश पर भी एक बड़ा आर्थिक बोझ भी है।
इलाज में कोई भी रुकावट तेजी से MDR-TB रोगी के जोखिम को बढ़ा सकती है। मिसिंग डोज डॉट्स थेरपी के उद्देश्य को ही धराशायी कर देती है। पूरा इलाज न होने पर ऐसे मरीज अन्य लोगों को भी संक्रमित कर सकते हैं। डॉ. अग्रवाल ने आगे बताया, ‘सभी उल्लेखनीय रोगों को डायग्नोज, ट्रीट, रिपोर्ट यानी DTR के नियम से निदान, उपचार और रिपोर्ट होनी चाहिए। थूक की जांच व सीने का एक्सरे करके इसका निदान संभव है। फिर जल्दी से उपचार शुरू होना चाहिए।