दोस्ती की मौत के 21 साल बाद जीत ने बनाया मिशाल
कोलकाता टाइम्स
कहते हैं दोस्ती सबसे नायाब रिस्ता है। और इस रिश्ते को निखारता है सही दोस्त का साथ। सही गलत का फर्क बताने के लिए आपके हर दुख-सुख में आपके साथ खड़े होते हैं आपके दोस्त। ऐसे ही कुछ खास दोस्तों को आपकी लाइफ में यूं ही खुशियां बिखेरने के साथ शुक्रिया अदा करने के लिए फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है। पर क्या आप जानते हैं इस खास दिन की शुरूआत कैसे हुई थी और कब से लोग ने इस दिन को सेलिब्रेट करना शुरू किया।
भारत में अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है।‘फ्रेंडशिप डे’ मनाने का चलन वैसे तो पश्चिमी देशों से शुरु हुआ, लेकिन भारत में भी पिछले कुछ सालों से युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हो रहा है। लोग इस दिन एक दूसरे को ग्रीटिंग कार्ड, सोशल मीडिया और एसएमएस के जरिए बधाईयां देते हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं इस दिन का इतिहास। फ्रेंडशिप डे की शुरुआत 1935 में अमेरिका से हुई थी। कहा जाता है कि अगस्त के पहले रविवार को अमेरिकी सरकार ने एक निर्दोष व्यक्ति को मार दिया था और जिसके दुख में उसके दोस्त ने आत्महत्या कर ली। जिसके बाद दक्षिणी अमेरिकी लोगों ने इंटरनेशनल फ्रेंडशिप डे (International Friendship Day) मनाने का प्रस्ताव अमेरिकी सरकार के समक्ष रखा गया था।
इस हादसे के बाद लोगों के इस प्रस्ताव को सरकार ने पहले तो मानने से बिल्कुल मना कर दिया था लेकिन उनके गुस्से को शांत करने के लिए बाद में अमेरिकी सरकार ने लगभग 21 साल बाद 1958 में ये प्रस्ताव मंजूर कर लिया । जिसेक बाद अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाने का चलन शुरू हो गया।