November 27, 2024     Select Language
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साहित्य व कला

KT Popular धर्म साहित्य व कला

चंदन भी अकुला गया, देख जड़ों में नाग !!
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आँखों का पानी मरा, भरा मनों में पाप ! प्रेम भाव गायब हुए, अपनापा अभिशाप !! ★★★★ दरपन रूठे से लगे, सूने हैं घर द्वार ! तकरारें दीवार से, आँगन पड़ी दरार !! ★★★★ हुआ विरोधी आचरण, लज्जा कोसों दूर ! हुई कामना निरंकुश, ईर्ष्या है भरपूर !! ★★★★ पैसों से रिश्तों जुड़े, देंगे क्या […]Continue Reading
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देख दुखी हैं कृष्णा
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भक्ति कृष्ण की है यही, और यही है धर्म ! स्थान,जरूरत, काल के, करो अनुरूप कर्म !! ●●●●● सब पाखंडी हो गए, जनता, राजा, संत ! देख दुखी हैं कृष्णा, धर्म-कर्म का अंत !! ●●●●● जो देखो वो दे रहा, सौरभ अब उपदेश ! मिटे किसी के है नहीं, मन के पाप क्लेश !! ●●●●● […]Continue Reading
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बचपन के वो गीत !
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स्याही-कलम-दवात से, सजने थे जो हाथ ! कूड़ा-करकट बीनते, नाप रहें फुटपाथ !! बैठे-बैठे जब कभी, आता बचपन याद ! मन चंचल करने लगे, परियों से संवाद !! मुझको भाते आज भी, बचपन के वो गीत ! लोरी गाती मात की, अजब-निराली प्रीत !! मूक हुई किलकारियां, चुप बच्चों की रेल ! गूगल में अब […]Continue Reading
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अंधियारे उर में भरे, मन में हुए कलेश !
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अंधियारे उर में भरे, मन में हुए कलेश ! अंधियारे उर में भरे, मन में हुए कलेश !! ●●● मन को करें प्रकाशमय, भर दें ऐसा प्यार ! हर पल, हर दिन ही रहे, दीपों का त्यौहार !! ●●● दीपों की कतार से, सीख बात ले नेक ! अँधियारा तब हारता, होते दीपक एक !! […]Continue Reading
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आदत से साधु और थाली
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किसी गांव में साईराम नाम का एक साधु रहा करता था। बड़ा ही भला आदमी था। अपने साथ बुराई करने वालों के साथ भी वो हमेशा भलाई ही करता था। गांव के किनारे एक छोटी सी कुटिया में अकेला ही रहता, अपने घर आने वालों की खूब खातिरदारी करता, ध्यान रखता और अच्छा अच्छा खाना […]Continue Reading
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तैयारी अफसर की और प्रश्न मंत्रियों के निजी जीवन के,
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प्रियंका सौरभ (चेयरमैन की माफ़ी से क्या युवाओं के सपने पूरे हो जायेंगे, किसी ने आत्म हत्या कर ली तो जिम्मेवार कौन ? तैयारी अफसर की और प्रश्न मंत्रियों के निजी जीवन के….शर्म भी नहीं आई ?) हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन दुनिया का एक अद्भुत बोर्ड है जहां मनमाने तरीके से सवाल पूछकर अभ्यर्थियों के सपनों […]Continue Reading
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रोजगार पर कोविड-19 का प्रभाव
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सलिल सरोज नोवेल कोरोनावायरस रोग (कोविड-19) के विश्वव्यापी प्रसार ने मानव जाति के सामने अब तक का सबसे बड़ा संकट साबित किया है। कोविड-19 स्वास्थ्य महामारी ने एक ‘आर्थिक रक्तपात’ की घोषणा की जहां व्यावहारिक रूप से दुनिया भर में सभी आर्थिक गतिविधियां बंद देखी जा रही हैं। वास्तव में, यह स्वास्थ्य आपदा वैश्विक आर्थिक […]Continue Reading
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कोर्ट की आड़ में क्यों लटकती है भर्तियां ?
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प्रियंका सौरभ (आखिर सरकार कोर्ट की आड़ लेकर भर्ती क्यों नहीं करना चाहती? क्या ये अंदर खाते भरष्टाचार की दस्तक तो नहीं है. अगर ऐसा नहीं तो फिर क्यों सरकार भर्ती नहीं कर रही है. और दूसरी बात सरकार कॉन्ट्रैक्ट पर कर्मचारी क्यों रखती है. रखती है तो शर्ते साफ़-साफ़ क्यों नहीं है?  आखिर क्यों […]Continue Reading
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हरियाणा परदेश !!
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धर्म-कर्म का पालना, गीता का उपदेश ! सच में हरि का वास है, हरियाणा परदेश !! माथे इसके सरस्वती, कहते वेद विशेष ! इस धरती पर स्वर्ग है, देखो अपना देश !! ★★★ अमन-चैन की ये धरा, है वेदों का ज्ञान ! भूमि है ये वीर की, रखें देश की आन !! हट्टे-कट्टे लोग हैं, अलग-अलग है भेष, पर हरियाणा एक है, न कोई राग द्वेष […]Continue Reading
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बहनों की शुभकामना
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रक्षा बंधन प्रेम का, हृदय का त्योहार ! ●●●●● इसमें बसती द्रौपदी, है कान्हा का प्यार !! ●●●●● कहती हमसे राखियाँ, तुच्छ है सभी स्वार्थ ! बहनों की शुभकामना, तुमको करे सिद्धार्थ !! ●●●●● भाई-बहना नेह के, रिश्तों के आधार ! इस धागे के सामने, हीरे हैं बेकार !! ●●●●● बहना मूरत प्यार की, मांगे […]Continue Reading