November 24, 2024     Select Language
Home Archive by category साहित्य व कला (Page 9)

साहित्य व कला

Editor Choice Hindi KT Popular धर्म साहित्य व कला

क्या गर्भपात नैतिक रूप से उचित है?
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-डॉ सत्यवान सौरभ लैंगिक समानता के लिए गर्भपात का अधिकार महत्वपूर्ण है। अलग-अलग महिलाओं के लिए अपनी पूरी क्षमता हासिल करने के लिए गर्भपात का अधिकार महत्वपूर्ण है। गर्भपात पर प्रतिबंध लगाने से महिलाओं को उन अवैध तरीकों का उपयोग करने के लिए मजबूर किया जाता है जो अधिक हानिकारक हो सकते हैं। लेकिन Continue Reading
Editor Choice Hindi KT Popular धर्म साहित्य व कला

हमें सॉफ्ट पुलिसिंग की आवश्यकता क्यों है?
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-डॉ सत्यवान सौरभ समाज की सेवा व सुरक्षा के लिए व्यवस्थित की गई पुलिस हर जगह अपनी भद्द पिटाती रहती है। इसका मुख्य कारण यही रहा है कि समाज के लोगों, विशेषत: गांवों, कस्बों व शहरों में जाकर पुलिस ने अपनी स्थिति, लाचारी, कानूनी जिम्मेदारियों इत्यादि से जनता को कभी भी अवगत नहीं करवाया।  समस्या […]Continue Reading
Editor Choice Hindi KT Popular धर्म साहित्य व कला

भारत की विविध सांस्कृतिक विरासत
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सलिल सरोज संगीत, नृत्य और नाटक की भारतीय परंपरा हमारी सभ्यता के मूल में है। किसी भी सभ्यता का सार और गुणवत्ता उसके लोगों के सांस्कृतिक और कलात्मक हितों से आंकी जाती है। भारतीय सभ्यता अपनी गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत और ललित कलाओं में समृद्ध परंपरा के साथ सार्वभौमिक रूप से मान्यता प्राप्त है। हमें, इस […]Continue Reading
Editor Choice Hindi KT Popular धर्म साहित्य व कला

मन की थोथ भरने आता हर साल करवा चौथ
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प्रियंका सौरभ  बदलते समय में खासकर नवविवाहितों के बीच पतियों ने भी अपनी पत्नियों के लिए व्रत रखना शुरू कर दिया है। इस प्रकार अब, एक पुराना त्योहार ग्रामीण और शहरी सामाजिक परिवेश दोनों में अपने पुनर्निमाण के माध्यम से लोकप्रिय बना हुआ है। हमारे यहाँ करवा चौथ से जुड़ी कई पौराणिक कथाएं हैं। मगर […]Continue Reading
Editor Choice Hindi KT Popular धर्म साहित्य व कला

लोकतंत्र की पवित्रता और आदर्श आचार संहिता
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-प्रियंका सौरभ सैद्धांतिक रूप से यह जितना आदर्श से युक्त है, व्यवहार में इसका अनुपालन कम ही होता दिखाई देता है। जातिवाद, क्षेत्रवाद, बाहुबल और धनबल के रसूख से भरे चुनावी अभियान में राजनीतिक दल अपनी छवि को लेकर कितने चिंतित रहते हैं इसकी बानगी आए दिन देखने को मिलती रहती है। हमारे देश में […]Continue Reading
Editor Choice Hindi KT Popular दैनिक साहित्य व कला

क्या सच में साहित्य में नोबेल पुरस्कार के दावेदार बने सलमान रुश्दी?
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कोलकाता टाइम्स :  साहित्य के नोबेल पुरस्कार को लेकर भारतीय उपन्यासकार और साहित्यकार सलमान रुश्दी का नाम चर्चा में है. दावा किया जा रहा है कि इस बार लिटरेचर का नोबेल प्राइज सलमान रुश्दी को मिल सकता है. साहित्य के नोबेल की घोषणा 5 अक्टूबर को की जाएगी. आइए जानते हैं कि कौन हैं सलमान […]Continue Reading
Editor Choice Hindi KT Popular धर्म साहित्य व कला

बंद होते सरकारी स्कूल
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प्रियंका सौरभ  दरअसल सरकारी स्कूल फेल नहीं हुए हैं बल्कि यह इसे चलाने वाली सरकारों, नौकरशाहों और नेताओं का फेलियर है। सरकारी स्कूल प्रणाली के हालिया बदसूरती के लिए यही लोग जिम्मेवार है जिन्होंने निजीकरण के नाम पर राज्य की महत्वपूर्ण सम्पति का सर्वनाश कर दिया है। वैसे भी वो राज्य जल्द ही बर्बाद हो […]Continue Reading
Editor Choice Hindi KT Popular धर्म साहित्य व कला

गायों की हो रही है दुर्दशा
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-प्रियंका ‘सौरभ’ भारतीय संस्कृति में जिस गाय को ‘मां’ की संज्ञा दी गई है, उसका ऐसा हश्र लम्पी बीमारी से पहले कभी नहीं हुआ। गायों की दुर्दशा को लेकर अब सिर्फ जिनके घर गाय है वो ही चिंतित हैं।  क्या गाय बचाने की जिम्मेवारी सिर्फ पशुपालन विभाग की ही बनती है, बाकी समाज केवल तमाशा […]Continue Reading
Editor Choice Hindi KT Popular खेल धर्म साहित्य व कला

क्या खेल में जीतना ही सब कुछ है और सभी का अंत है?
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-प्रियंका सौरभ खेलों में बढ़ते दुर्व्यवहार और असहिष्णुता के लिए एक ही कारण को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है, सामाजिक जागरूकता की कमी और खेल भावना की समझ में कमी, बढ़ती असहिष्णुता और नफरत इसके पीछे मुख्य कारण है। जब खेल को दो विरोधियों के बीच प्रतिद्वंद्विता के रूप में देखा जाता है, तो […]Continue Reading
Editor Choice Hindi KT Popular धर्म साहित्य व कला

अपराध और ड्रग्स के बीच संबंध हज़ारों है
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नशीली दवाओं के दुरुपयोग के प्रमुख कारण है- साथियों द्वारा स्वीकार किया जाना, आर्थिक तनाव बढ़ना, सांस्कृतिक मूल्यों में परिवर्तन, न्यूरोटिक आनंद और अप्रभावी पुलिसिंग। तभी तो हाल ही में सुशांत राजपूत के बाद भारत की सोशल मीडिया स्टार सोनाली फोगाट को असमय मौत का शिकार होना पड़ा। चाहे कारण कुछ भी रहे हो, ड्रग […]Continue Reading