संवैधानिक पदों पर नियुक्तियों का राजनीतिकरण
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प्रियंका ‘सौरभ’ आज के दौर में राजनीतिकरण की एक ऐसी प्रथा शुरू हो गयी है जिसमें चुनाव जीतने वाला राजनीतिक दल अपने कार्यकर्ताओं और सक्रिय समर्थकों को संवैधानिक या सरकारी पदों पर नियुक्ति के द्वारा पुरस्कृत कर रहा है और अन्य एहसानों के साथ उसे अपने सरंक्षण में रख रहा है। ऐसा होने से Continue Reading