आश है तो जीवन है, नहीं तो …
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कोलकाता टाइम्स एक गांव में बहुत से ग्वाले रहते थे। गाय-भैंस पालना उनका प्रमुख व्यवसाय था। गांव में एक तालाब था, जिसमें बहुत से मेंढक रहते थे। उन्हीं मेंढकों में आशाराम और निराशाराम नाम के दो जुड़वां भाई भी थे। निराशाराम की आदत थी कि वह किसी भी कठिनाई से घबराकर बहुत जल्दी हार मान […]Continue Reading