यहां घुमने जाना किसी ख्वाब से रू-ब-रू होने सरीखा है
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कोलकाता टाइम्स : आसमान की छंटती कालिमा कब उजली नीलिमा में बदल जाती है, पता ही नहीं लगता…बस महसूस होता है कि कुछ क्षण पहले ही तो आकाश का रंग कुछ और था अब कुछ और…लेकिन लंढोर में कुछ और भी होता है…सुबह जब यहां अंगड़ाई लेती है…तब वादियों से उठता कुहासा उसे आगोश में […]Continue Reading