तकनीक का दुरुपयोग मानवता के भविष्य के लिए खतरनाक?
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-प्रियंका सौरभ डीपफेक तकनीक के तहत किसी फोटो या वीडियो में दूसरे का चेहरा लगा दिया जाता है। इसमें मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआइ का सहारा लिया जाता है। इसमें वीडियो और आडियो को साफ्टवेयर की मदद से ऐसे तैयार किया जाता है कि फेक भी रियल दिखने लगे। वायस क्लोनिंग की वजह […]Continue Reading