‘सनातन धर्म’ के बदलते अर्थ
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डॉ सत्यवान सौरभ “सनातन धर्म” शब्द को कैसे हेरफेर और हथियार बनाया गया है और हिंदू धर्म के ढांचे के भीतर जाति-विशेषाधिकार प्राप्त हिंदुओं की जाति भेदभाव को संबोधित करने में क्या जिम्मेदारियां हैं? ये सोचने का विषय है। सनातन धर्म शाश्वत, कालातीत और अपरिवर्तनीय परंपराओं का Continue Reading