H1B वीजा के नए नियम से हजारों भारतीय मुश्किल में
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नई दिल्ली : H1B वीजा पर अमेरिका नए नियम बनाने जा रहा है। इनके मुताबिक, H1B रखने वाले लोगों को एक्सटेंशन नहीं दिया जाएगा। ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन के इस फैसले का असर हजारों भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स पर पड़ेगा। एक मीडिया रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है। ट्रम्प ने अपने इलेक्शन कैंपेन और उसके बाद भी ‘बाई अमेरिका, हायर अमेरिकन ’ नारा दिया था। H1B पर नए रूल्स इसी दिशा में उठाया गया कदम माने जा रहे हैं।
ट्रम्प सरकार के नए कदम से वो हजारों विदेशी वर्कर जिनके पास H-1B है तब तक काम नहीं कर पाएंगे जब तक कि उनकी ग्रीन कार्ड एप्लीकेशन पेंडिंग रहेगी।
यह प्रपोजल फिलहाल, डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्युरिटी यानी डीएचएस के अफसरों के पास है। 2016 में डोनाल्ड ट्रम्प ने ‘बाय अमेरिकन, हायर अमेरिकन’ का वादा किया था। उन्होंने कहा था कि प्रेसिडेंट बनने पर वो ‘अमेरिकी ही खरीदो और अमेरिकियों को ही नौकरी दो’ की नीति पर काम करेंगे।
यूएस के एक न्यूज एजेंसी मैक्लाची ने ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन के नए H-1B वीजा रूल्स की जानकारी दी है।
यह प्रपोजल फिलहाल, डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्युरिटी यानी डीएचएस के अफसरों के पास है। 2016 में डोनाल्ड ट्रम्प ने ‘बाय अमेरिकन, हायर अमेरिकन’ का वादा किया था। उन्होंने कहा था कि प्रेसिडेंट बनने पर वो ‘अमेरिकी ही खरीदो और अमेरिकियों को ही नौकरी दो’ की नीति पर काम करेंगे।
यूएस के एक न्यूज एजेंसी मैक्लाची ने ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन के नए H-1B वीजा रूल्स की जानकारी दी है।
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, नई कवायद का मकसद H-1B वीजा का गलत इस्तेमाल रोकना है। हालांकि, इसमें उन लोगों को एक्सटेंशन दिया जा सकता है जिनके पास पहले सी ही ग्रीन कार्ड है।