ये 6000 सीढ़ियां सुनाती हैं उस प्यार की दास्तां
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कुछ प्रेम कहानियां ऐसी होती हैं कि जिन्हे न ही तो वक़्त मिटापाता है और न इंसान।उनका प्यार उनके दुनिया से अलविदा होने के बाद भी जिंदा है।एक ऐसी ही प्रेम कहानी है,लियू गुओजिया और उनकी पत्नी जू चाओकिंग की।जिसने अपनी पत्नी के प्रेम के लिए पहाड़ का सीना छलनी कर दिया 2007 में लियू गुओजियाद की मौत हुई थी।जो 2012 में दुनिया छोड़ गयीं, लेकिन आज भी उनकी प्रेम कहानी एक पहाड़ पर मौजूद है।आपको बता दे कि 1956 में जू चाओकिंग ने अपने पहले पति को खो दिया था और चार बच्चों के साथ गरीबी की मार झेल रही थी।
लियू गुओजियाद उससे 10 साल उम्र में छोटा था।वह जू चाओकिंग की हर संभव मदद करता था और उसके बच्चों का भी ख्याल रखने लगा।बस गांव वालों को यह रिश्ता रास नहीं आया। उन्हें इस रिश्ते से ऐतराज था।गांववाले एक विधवा को घर बसाते नहीं देख सकते थे।
गांववाले उसके बारे में तरह तरह की बातें करने लगे जिसके बाद उन्होंने गांव से दूर जाने का फैसला किया और उन्होंने एक पहाड़ पर गुफा को ही घर बना लिया। भले ही वहां कुछ सुविधा नहीं थी, लेकिन प्यार भरपूर थी।हैरानी की बात यह थी कि जू के पहले पति की मौत होने से पहले से लियू गुओजियाद उसे चाहता था।उन्होंने एक पहाड़ पर गुफ़ा में अपनी छोटी सी दुनिया बसा ली। वहां कोई सुविधा नहीं थी, लेकिन प्यार बहुत था।लियू गुओजियाद ने देखा कि उसकी पत्नी को फिसलन भरे पहाड़ पर चढ़ने में बहुत दिक्कत होती है।छेनी निकाल कर उसने धीरे-धीरे पहाड़ पर सीढ़ियां बनाना शरू कर दिया। वो जब तक ज़िन्दा रहा ये करता रहा।
50 सालों में वो एक भी दिन एक-दूसरे से जुदा नहीं रहे।दुनिया उनके बारे में नहीं जानती थी, जब तक 2001 में एक अभियान दल ने उन्हें खोजा नहीं। इस जोड़े के कुल 7 बच्चे थे।72 साल की उम्र में लियू गुओजियाद ने अपनी बीवी की गोद में आख़िरी सांस ली।
जू चाओकिंग के पहले पति की मौत होने से पहले से लियू गुओजियाद उसे चाहता था।वो उसी के जैसे किसी इंसान के साथ ज़िन्दगी बिताना चाहता था।लेकिन उसने उसी औरत की गोद में आख़िरी सांस ली, जिसे वो चाहता था।