इनके कंधों पर अब 17 नक्सलवाद प्रभावित जिलों का मोर्चा
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किन्नरों की संस्था मितवा की अध्यक्ष और छत्तीसगढ़ थर्ड जेंडर वेलफेयर बोर्ड की सदस्य विद्या राजपूत ने रमन सरकार के इस निर्णय पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह, प्रदेश के गृह मंत्री रामसेवक पैकरा और डीजीपी एएन उपाध्याय को ट्रांसजेंडरों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने छत्तीसगढ़ पुलिस में शामिल होने का अवसर देने के लिए धन्यवाद भी दिया। विद्या राजपूत ने कहा, “छत्तीसगढ़ ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य बनेगा।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ पुलिस ने कुल 2254 आरक्षक के पदों की भर्ती के लिए आवेदन 3 जनवरी से 4 फरवरी तक आमंत्रित किए थे, जिसमें ट्रांसजेंडर्स के कोई आरक्षण का प्रवधान नहीं किया गया है। विज्ञापन में लिखा गया है कि अगर थर्ड जेंडर के अभ्यर्थी फॉर्म भरते हैं तो अभ्यर्थियों को महिला वर्ग के मापदंडों को पूरा करना होगा और उसी हिसाब से शारीरिक क्षमता और दक्षता को देखा जाएगा और यदि पुरुष के कॉलम फॉर्म भरते हैं तो पुरुष अभ्यर्थी के मापदंड को पूरा करना होगा।