यूआईडीएआई ने यूँ ढूंढ निकाला करोड़ों की परेशानी का हल
न्यूज डेस्क
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने करोड़ों लोगों की परेशानी का हल ढूंढ लिया है। विभाग ने 1 जुलाई से आधार का सत्यापन चेहरे से करने की पूरी तैयारी कर ली है। इससे बढ़ती उम्र या अधिक श्रम के कारण बायोमेट्रिक सिस्टम से आधार के सत्यापन में जो परेशानी हो रही है वह ख़त्म हो जाएगी। यूआईडीएआई ने अब आंखों की पुतली और चेहरे से या अंगुलियों के निशान से भी सत्यापन का विकल्प निकाला है।
जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले सुप्रीम कोर्ट में एक प्रजेंटेशन में यूआईडीएआई ने आधार के कूट भाषा में लिखने पर जोर देते हुए कहा था कि इसका डाटा अभेद्य है और उसे भेदने के लिए धरती पर उपलब्ध सबसे तेज कंप्यूटर को ब्रह्मांड की आयु से भी ज्यादा वक्त लगेगा।