17 घंटे फ्लाइट की सीट पर डटे रहकर इस यात्री ने वैज्ञानिकों को भी चौंकाया
यूनिवर्सिटी की एक डिवीजन चार्ल्स पर्किन्स सेंटर के प्रोफैसर स्टीफन सिम्पसन ने कहा कि यह एक ऐसी चीज थी, जिस पर हम विश्वास नहीं कर सके। वह अपनी सीट से नहीं उठा। वह आदमी बिजनेस क्लास में था और कथित तौर पर कहा था कि वह फ्लैट बिस्तर में इतना आरामदायक महसूस कर रहा था कि उसे हिलने की भी जरूरत नहीं समझी। हां, यह संदिग्ध रूप से क्वांटस के मार्केटिंग विभाग की धोखाधड़ी की तरह लगता है, लेकिन हमें आश्वासन दिया गया है कि ऐसा नहीं है। हेल्थलाइन के मुताबिक, मनुष्य दिन में चार से दस बार बाथरूम जाते हैं। 24 घंटों की अवधि में औसतन एक व्यक्ति छह से सात बार तो बाथरूम जाता ही है। फिर वह क्यों नहीं उठा।
एक उड़ान के दौरान लंबे समय तक एक ही अवस्था में बैठे रहने से डीप वेन थ्रोम्बिसिस (डीवीटी) होने का खतरा रहता है। यह तब होता है, जब रक्त निचले पैर की गहरी नसों के भीतर थक्का बना लेता है। जब ये खून के थक्के रक्त प्रवाह में मिल जाते हैं और फेफड़ों के माध्यम से होते हुए रक्त प्रवाह को अवरुद्ध करते हैं, तो अचानक मौत हो सकती है। ऐसा न्यूजीलैंड रग्बी खिलाड़ी जोना लोमू के मामले में होने का संदेह है। साल 2015 में यूके से ऑकलैंड तक लंबी दूरी की उड़ान भरने के बाद खून के थक्के की वजह से 40 वर्ष की उम्र में ही उनकी मौत हो गई थी।